5 मई को इस्लामिक त्यौहार ईद के दिन कश्मीर में फिर वही हुआ जो अक्सर होता आया है. ईद की नमाज के बाद बड़ी संख्या में मजहबी चरमपंथी(जिन्हें लोग भटका हुआ नौजवान भी कहते हैं) सड़कों पर उतरे तथा सुरक्षाबलों के जवानों पर भीषण पत्थरबाजी की थी. खैर ईद पर तो कश्मीर में पत्थरबाजी हुई थी लेकिन आज वहां पर भारतीय सेना की बंदूकों से गोलियों की बरसात हुई तथा हिंदुस्तान में तबाही मचाने का नापाक मंसूबा पाले बैठे 4 इस्लामिक आतंकियों को लाश में बदल दिया.
खबर के मुताबिक़, गुरुवार शाम इंटेलीजेंस इनपुट मिला था कि पुलवामा जिले के अंतर्गत आने वाले पंजारन गांव के लस्सीपुरा इलाके स्थित एक घर में तीन से चार आतंकी छिपे हुए हैं. सूचना मिलते ही सीआरपीएफ, राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस का स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप मौके के लिए रवाना हो गया. लस्सीपुरा इलाके में पहुंचने के बाद सुरक्षाबलों ने आतंकियों की खोज में सर्च ऑपरेशन शुरू किया. कुछ ही देर में सुरक्षाबल उस मकान का पता लगाने में कामयाब हो गए, जिसमें आतंकी छिपे हुए थे.
सुरक्षाबलों ने इन आतंकियों से आत्मसमर्पण के लिए कहा, जिसके जवाब में आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी. आतंकियों की गोलियों के जवाब में सुरक्षाक्षाबलों ने कार्यवाई शुरू की तथा थोड़ी ही देर में एक इस्लामिक आतंकी को मार गिराया. जिसके बाद आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच कुछ देर के लिए गोलीबारी थम गई. कुछ देर इंतजार करने के बाद सुरक्षाबलों ने अपना तलाशी अभियान शुरू किया. जिसमें एक आतंकी के शव को बरामद किया गया. इसी बीच, बगल वाले घर से कुछ आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर एक बार फिर गोलीबारी शुरू कर दी. सुरक्षाबलों ने तत्काल मोर्चा संभालकर आतंकियों को जवाब देना शुरू किया.
एसपी द्वारा अवैध शराब/मादक पदार्थों की बिक्री पर पूर्ण रोक
सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच यह मुठभेड़ करीब पूरी रात चली. शुक्रवार तड़के इस घर में मौजूद तीन आतंकियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया. सुरक्षाबल से जुड़े सूत्रों के अनुसार, आतंकियों को उनके अंजाम तक पहुंचाने के बाद सुरक्षाबलों ने दोनों घरों को नियमानुसार ब्लास्ट कर उड़ा दिया. जिसके बाद, आतंकियों के शव की तलाश शुरू की गई. सुरक्षाबल ने मुठभेड़ में मारे गए तीन अन्य आतंकियों के शव बरामद कर लिए हैं. अभी तक, इन आतंकियों की पहचान सुनिश्चित नहीं हो सकी है. सुरक्षाबलों ने आतंकियों के खिलाफ फिलहाल अपना सर्च ऑपरेशन जारी रखा है. सुरक्षा बलों को आशंका है कि इलाके में अभी और भी आतंकी मौजूद हो सकते हैं.
राष्ट्रवादी पत्रकारिता को समर्थन देने के लिए हमें सहयोग करें. नीचे लिंक पर जाऐं।