जो ओवैसी बार बार भारत की आबोहवा को खराब करने की कोशिश में रहता है , जिस ओवैसी को भारत के सबसे दंगाई नेताओ में से एक माना जाता है , जिस ओवैसी के एक एक शब्द में कहीं न कहीं कुछ न कुछ आपत्तिजनक होता है अब उसी ओवैसी को यकीनन जवाब देना भारी पड़ेगा कि भारत में डरा हुआ कौन है . कांग्रेस और ओवैसी की पार्टी अगर देखा जाय तो कभी वैसे टकराव पर नहीं आई जैसे वो भाजपा के साथ आये दिन भिड़ती दिखाई देती है .
एक बार उसी ओवैसी की पार्टी ने दिखाया ऐसा रक्तरंजित चेहरा जो वो अपने भाषणों में १५ मिनट के लिए पुलिस आदि की बात करता हुआ कहता भी है . ज्ञात हो कि ओवैसी की पार्टी का एक नेता गिरफ्तार हुआ है कांग्रेस की एक कद्दावर नेत्री की हत्या के अपराध में.. ओवैसी की पार्टी के इस हत्यारे नेता का नाम तौफीक शेख है जिसके निशाने पर कांग्रेस नेत्री रेशमा काफी समय से थी और उसने एक महिला के खिलाफ दिखाया अपना वो रूप जिसको देख कर जल्लाद भी एक बार शर्म से झुक जाएँ . कोल्हापुर पुलिस थाने में दर्ज कराई गई शिकायत में रेशमा पडेकनूर के पति खाजा बंदनवाज पडेकनूर ने कहा है कि शेख ने ही रेशमा की हत्या की क्योंकि वह उसके १३ लाख रुपये नहीं लौटा रहा था। रेशमा अपने १३ लाख रुपये शेख से मांग रही थी जिसे दो साल पहले उसने कर्ज के तौर पर तौफीक शेख को दिए थे।
बीजापुर की कांग्रेस कार्यकर्ता रेशमा पडेकनूर के हत्या मामले में पुलिस ने एआईएमआईएम नेता तौफीक शेख को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। बीते १७ मई को रेशमा पडेकनूर की हत्या कर दी गई थी। रेशमा की लाश कर्नाटक के विजयपुरा में कोर्ती कोल्हर पुल के नीचे पाई गई थी। लाश मिलने के बाद से ही तौफीक शेख फरार चल रहे थे ! रेशमा के पति ने इस हत्याकांड में तौफीक शेख के शामिल होने का आरोप लगाया था। पुलिस की छानबीन में पाया गया कि, रेशमा पडेकनूर के फोन से अंतिम कॉल तौफीक शेख को ही की गई थी। हत्या से पहले पडेकनूर ने तौफीक शेख के खिलाफ छेडछाड के आरोपों के तहत मामला दर्ज किया गया था। पुलिस को संदेह है कि, छेडखानी के मुकदमे ने ही तौफीक शेख को पडेकनूर की हत्या के लिए उकसाने का काम किया। ३५ वर्षीय रेशमा पडेकनूर कर्नाटक कांग्रेस के महिला विंग की उपाध्यक्ष थीं।