आये दिन हो रही गौतस्करी रुकने का नाम नाही ले रही वही गौहत्यारे सुनसान जगहो से गायो को उठा कर बूचड़खाने कटने के लिये भेज देते है लेकिन जब
उन्ही गौ हत्यारो को गौरक्षक पकडते है तो उन्हे गुंडे कि संज्ञा दी जाती है. ऐसा ही एक मामला सामने आया है पश्चिम बंगाल में जहाँ ममता सरकार कि मनमानी
चलती है. ये वही ममता है जो हर समय एक पक्षिये तुष्टीकरण करती है.
पुलिस के मुताबिक,यह घटना धुपगुड़ी शहर से लगभग 15 किलोमीटर दूर दादोन-2 गांव में करीब 3 बजे हुई।
रात में कुछ तस्कर एक पिकअप वैन पर सात गायों को लाद कर गांव से ग़ुज़र रहे थे। तभी इसकी खबर गाव के कुछ गौरक्षक को पता चल गया वैन के शोर से
गांव वाले उठ गए और वैन को रोकने की कोशिश की, लेकिन वैन नहीं रुकी। इसके बाद में स्थानीय लोगों ने वैन को रोकने के लिए सड़क ब्लॉक कर दी। ग्रामीणों
ने दो गौतस्कर को पकड़ लिया जबकि वैन ड्राइवर मौके से फरार हो गया।
बाद गौरक्षको ने अपने कुछ साथीयो के साथ गौतस्कर को घेर लिया जिसके बाद गौवंश को छुडा कर आजाद कर दिया. गांव वालों ने स्थानीय पुलिस को सुचना दी
जिसके बाद दोनों को अरेस्ट कर जेल भेज दिया गया।