देश में लोकसभा चुनाव को लेकर तीसरे चरण की तैयारी पूरी हो गई है. वहीं नेताओं में वार पलटवार का सिलसिला भी जारी है इसी कड़ी में मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा और एआईयूडीएफ प्रमुख बदरुद्दीन अजमल के बीच सियासी बयानबाज़ी जारी है.
वहीं इस बीच असम सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने बदरुद्दीन अजमल से सवाल किया कि, क्या वह नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद से ईद की नमाज पाकिस्तान या बांग्लादेश में अदा कर रहे हैं.
उन्होंने आगे हमला बोलते हुए कहा कि, धुबरी के लोगों ने फैसला किया है कि इस बार अजमल के दिन खत्म हो गए हैं और कांग्रेस नेता रकीबुल हुसैन के लिए भी कोई जगह नहीं बची है. सरमा ने कहा कि वह लोग दावा करते हैं कि अगर बीजेपी सत्ता में आई तो अल्पसंख्यकों को ईद की नमाज अदा करने से रोक दिया जाएगा.
हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, नरेंद्र मोदी 10 साल से प्रधानमंत्री हैं, क्या कभी नमाज या ईद पर पांबदी लगी है. किसी को रकीबुल और अजमल से पूछना चाहिए कि क्या मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद ईद और नमाज बंद कर दी है. उनसे पूछिए कि उन्होंने ईद की नमाज, असम या बांग्लादेश या पाकिस्तान में कहां पड़ी है.
उन्होंने कहा, रकीबुल हुसैन ने कहा था कि उन्हें 50 मुख्यमंत्रियों की भी परवाह नहीं है. मैं उनसे कहूंगा कि आपको 50 मुख्यमंत्रियों की परवाह करने की जरूरत नहीं है, बस एक मुख्यमंत्री यानि हिमंता बिस्वा सरमा को संभालने की कोशिश करें, लेकिन वह ऐसा नहीं कर सकते क्योंकि लोगों का आशीर्वाद 'मामा' के साथ है.