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मुख्तार अंसारी की मौत के बाद चढ़ी मन्ना सिंह की तस्वीर पर माला... 14 साल पहले गाजीपुर में दिनदहाड़े मारी गई थी गोलियां

मुख्तार अंसारी की मौत के बाद हर उस परिवार के लोगों के आखों से खुशी के आंसू छलक पड़े, जिन्होंने माफिया के कारण अपने परिवार के सदस्य को खोया था. ऐसा ही एक परिवार है मऊ जनपद के ठेकेदार मन्ना सिंह उर्फ अजय प्रकाश सिंह का.

Shraddha Mishra
  • Mar 29 2024 1:37PM


उत्तर प्रदेश में कभी बड़ा माफिया रहे मुख्तार अंसारी की कल यानी गुरुवार रात मौत हो गई. मुख्तार अंसारी की मौत के बाद हर उस परिवार के लोगों के आखों से खुशी के आंसू छलक पड़े, जिन्होंने माफिया के कारण अपने परिवार के सदस्य को खोया था. ऐसा ही एक परिवार है मऊ जनपद के ठेकेदार मन्ना सिंह उर्फ अजय प्रकाश सिंह का. जिन्हें साल 2009 में दिनदहाड़े गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया था. इस मामले में मुख्तार अंसारी का नाम साजिशकर्ताओं में आया था. 

बता दें कि जब मन्ना सिंह के बेटे विकास सिंह को मुख्तार की मौत की खबर मिली तो उन्होंने 14 साल में पहली बार अपने पिता की तस्वीर पर माला चढ़ाई. 14 साल बाद मन्ना सिंह को माला चढ़ाकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई. इस दौरान पूरे परिवार की आंखों में खुशी के आंसू थे. मुख्तार अंसारी की मौत पर मन्ना सिंह की पत्नी ने कहा कि "आज मुझे और मेरे पति की आत्मा को शांति मिली है. मुझे भगवान पर भरोसा था की न्याय होगा और आज न्याय मिला है…"

मन्ना सिंह की पत्नी ने यह भी बताया कि जब उनके पति की हत्या हुई थी उस वक्त उनके बच्चे बहुत छोटे थे. पति की हत्या के बाद जब भी बच्चों को स्कूल से घर आने में देरी हो जाती थी तो पति के साथ जो हुआ वो सोचकर उनकी आत्मा कांप जाती थी. उन्हें हर वक्त अपने बच्चों की चिंता सताती रहती थी. मेरे पति मुख्तार अंसारी से डरते नहीं थे और यही कारण है उनकी हत्या करवा दी गई थी."

2009 में हुई थी मन्ना सिंह की हत्या 

बता दें कि 29 अगस्त 2009 को मऊ जनपद के गाजीपुर तिराहे पर मन्ना सिंह की हत्या कर दी गई थी. उन्हें दिनदहाड़े गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया था. जिस वक्त यह घटना हुई थी तब मन्ना सिंह अपने गनर राजेश राय के साथ कहीं जा रहे थे. तभी वहां बाइकसवार हमलावर आए और मन्ना सिंह को गोली मारकर उनकी हत्या कर दी. 

इस हत्याकांड के बाद मन्ना सिंह के भाई हरेंद्र सिंह ने माफिया और मऊ सदर से विधायक मुख्तार अंसारी के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था. इस हत्याकांड में मुख्तार अंसारी सहित हनुमान पांडे, कल्लू सिंह और उमेश सिंह के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया था. 

मुख्तार अंसारी की बांदा जेल में मौत 

पूर्वांचल के माफिया और पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की कल यानी देर रात गुरूवार को बांदा जेल में हार्ट अटैक से मौत हो गई. मुख्तार अंसारी को जेल में देर शाम तबीयत बिगड़ने के बाद बांदा रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया गया था. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था. 

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