उत्तराखंड के जंगलों में लगी भीषण आग का कहर जारी है. वहीं इस बीच खबर सामने आई कि हवालबाग ब्लाक के स्यूनराकोट ग्राम पंचायत में वनाग्नि के दौरान हुए हादसे में मरने वालों की संख्या तीन पहुंच गई है.
बता दें कि पिछले कुछ समय से उत्तराखंड के जंगलों में आग लगी हुई है और आग का विकराल रुप देखकर हर कोई चिंतित है. जिलाधिकारी बागेश्वर अनुराधा पाल ने बताया कि देर रात मंदिर में आग लगने की सूचना मिली थी, इसपर सुबह पूरी तरह नियंत्रण कर लिया गया था. मंदिर में रखा सामान जल गया जिससे कुछ नुकसान हुआ है. हालांकि कोई जनहानि नहीं हुए है. अभी हालात पर पूरी तरह नियंत्रण है.
पिछले 24 घंटे में उत्तराखंड के जंगलों में आग के अबतक चौसठ मामले सामने आ चुके हैं और अब तक आग की उत्तराखंड में 868 घटनाएं हो चुकी हैं. जंगल की आग से झुलसे एक श्रमिक की बीते गुरुवार को घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी.
वहीं दूसरे गंभीर ने देर रात बेस अस्पताल अल्मोड़ा में इलाज के दौरान दम तोड़ा, जबकि तीसरी गंभीर झुलसी महिला ने शुक्रवार को सुशीला तिवारी अस्पताल में अंतिम सांस ली. जंगल की आग में गंभीर रूप से जल चुके दीपक पुजारा उसकी पत्नी तारा ने दम तोड़ दिया है.
वहीं ज्ञान बहादुर की भी इलाज के दौरान मौत हो गई है. उसकी पत्नी पूजा एसटीएच हल्द्वानी में जिंदगी और मौत के बीच झूल रही है. अधिकारियों ने बताया कि मामले की जांच की जा रही हैं. आग लगने के कारणों का पता लगाया जा रहा है. जंगल की आग की चपेट में आकर मारे गए दो श्रमिकों को मुआवजा दिए जाने की मांग उठने लगी है. क्षेत्रवासियों ने कहा कि जल्द पीड़ित परिवार को मुआवजा दिया जाए.