राजनाथ सिंह ने कांग्रेस पर हमला बोला हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सशस्त्र बलों में धार्मिक जनगणना की योजना बनाई थी. उन्होंने कहा, "मुझे सबसे ज्यादा चिंता इस बात की है कि कांग्रेस ने अल्पसंख्यक कल्याण के नाम पर अपने घोषणा पत्र में जो कुछ भी रखा है, उसमें सच्चर समिति की रिपोर्ट के विचारों और सिफारिशों की गूंज है.
उन्होंने कहा कि सबसे पुरानी पार्टी पिछले दरवाजे से 'धर्म-आधारित आरक्षण' लागू करने की कोशिश कर रही है. जो कांग्रेस का असली चेहरा दिखाता है. हालांकि, पीएम मोदी ने उनका चेहरा बेनकाब कर दिया है.
उन्होंने कहा कि कि कांग्रेस ने सशस्त्र बलों में धार्मिक जनगणना की योजना बनाई थी. विशाखापत्तनम में राजनाथ सिंह कहा कि केंद्र की पिछली कांग्रेस सरकार ने धार्मिक जनगणना की सिफारिश करके देश के सशस्त्र बलों में एक विभाजन पैदा करने की कोशिश की थी.
रक्षा मंत्री ने दावा किया कि, ''कांग्रेस सरकार ने सच्चर समिति का गठन किया था, इसने 2006 में सशस्त्र बलों में धर्म-आधारित जनगणना की सिफारिश की थी. कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र (तब के लोकसभा चुनाव) में धार्मिक अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षण का भी संकेत दिया था.
उन्होंने कहा कि अगर वे धार्मिक अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षण पेश करते और सशस्त्र बलों को यह विचार देते तो यह देश की एकता और अखंडता के लिए अच्छा नहीं होता.