झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री और कांग्रेस नेता आलमगीर आलम को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बड़ा झटका लगा है। आलमगीर आलम को कोर्ट ने 6 दिनों की ईडी रिमांड पर भेज दिया है। सनद रहे कि आलमगीर आलम को उनके सहायक से जुड़े परिसर से नकदी बरामद किए जाने के बाद मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने गिरफ्तार किया था।
छापेमारी में 36 करोड़ रुपये से अधिक जब्त
दरअसल, ईडी ने 6 मई को आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव कुमार लाल और घरेलू सहायक जहांगीर आलम से जुड़े परिसरों पर छापा मारा था। ईडी ने छापेमारी में 36 करोड़ रुपये से अधिक जब्त किए थे। आलम ने ईडी के दावे पर हाल ही में कहा था कि इससे मेरा कोई लेना-देना नहीं है। मैं संजीव कुमार लाल की गतिविधियों के बारे में नहीं जानता।
राम को पिछले साल ईडी ने गिरफ्तार किया था
सितंबर 2020 का मनी लॉन्ड्रिंग मामला झारखंड पुलिस की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा के मामले और दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा के मार्च 2023 में राज्य ग्रामीण कार्य विभाग के पूर्व मुख्य अभियंता वीरेंद्र कुमार राम और कुछ अन्य के खिलाफ दर्ज की गई FIR से संबद्ध है। राम को पिछले साल ईडी ने गिरफ्तार किया था। ईडी ने दावा किया कि राम निविदा आवंटन और काम के निष्पादन में कमीशन जुटाता था और 1.5 प्रतिशत का कमीशन वरिष्ठ नेताओं में बांटता था।
ईडी कई लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है
ईडी राज्य के रसूखदार लोगों की संलिप्तता से जुड़े धन शोधन मामलों की जांच कर रही है और यह पिछले 2 से 3 सालों में पूर्व सीएम हेमंत सोरेन, भारत प्रशासनिक सेवा अधिकारी छवि रंजन और पूजा सिंघल के अलावा राजनीतिक रूप से जुड़े अन्य लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।