बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने भतीजे आकाश आनंद को नेशनल कोऑर्डिनेटर पद से हटा दिया है. मायावती ने कहा है कि परिपक्वता आने तक नेशनल कोऑर्डिनेटर पद और उत्तराधिकारी की अहम जिम्मेदारी से अलग किया जा रहा है.
बता दें कि मायावती ने आकाश से उत्तराधिकारी की जिम्मेदारी भी ले ली है. परिपक्वता का हवाला देते हुए उन्होंने ये कदम उठाया है. गौरतलब हो कि बीते साल दिसंबर में आकाश को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया था. मायावती ने ये फैसला ऐसे समय पर लिया है जब पिछले दिनों सीतापुर में आकाश ने बीजेपी सरकार की तुलना आंतकवादियों से की थी.
उस दौरान उन्होंने कहा था कि जब बीजेपी के लोग वोट मांगने आएं तो उनके लिए जूता, चप्पल और लाठी तैयार रखिएगा.इसको लेकर उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हुई थी. उनको रैली करने से रोक दिया गया था और अब मायावती ने उनको दी जिम्मेदारियां वापस ले ली हैं.
वहीं मायावती ने कहा है कि बीएसपी एक पार्टी के साथ ही बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के आत्म-सम्मान, स्वाभिमान और सामाजिक परिवर्तन का भी मूवमेंट है, जिसके लिए कांशीराम जी और मैंने खुद अपनी पूरी जिंदगी समर्पित की है. इसे गति देने के लिए नई पीढ़ी को भी तैयार किया जा रहा है.
उन्होंने कहा, इसी क्रम में पार्टी में अन्य लोगों को आगे बढ़ाने के साथ ही आकाश आनंद को नेशनल कोऑर्डिनेटर और अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था. मगर, पार्टी और मूवमेंट के व्यापक हित में पूर्ण परिपक्वता आने तक अभी उन्हें इन दोनों अहम जिम्मेदारियों से अलग किया जा रहा है.
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि इनके (आकाश आनंद) पिता आनंद कुमार पार्टी और मूवमेंट में पहले की तरह अपनी जिम्मेदारी निभाते रहेंगे. बीएसपी का नेतृत्व पार्टी और मूवमेंट के हित में और बाबा साहेब डॉ. अंबेडकर के कारवां को आगे बढ़ाने में हर प्रकार का त्याग और कुर्बानी देने से पीछे नहीं हटने वाला है.