इनपुट- संदीप मिश्रा, लखनऊ
शहर में अनाधिकृत वाहनों के खिलाफ परिवहन विभाग के प्रवर्तन दस्तों ने जब चेकिंग अभियान चलाया तो चौराहों से संचालित हो रहीं अवैध बसें तो हट गईं लेकिन उनकी जगह प्राइवेट वाहनों ने ले ली। इनमें निजी चार पहिया लग्जरी वाहनों से सवारियों को ढोने का धंधा शुरू हो गया।
राजधानी के अवध बस स्टेशन के सामने से ही इन प्राइवेट वाहनों से सवारियां लाने ले जाने का कारोबार चल रहा है और इसकी खबर इंफोर्समेंट टीम को है ही नहीं। जब लखनऊ के एआरटीओ प्रवर्तन को निजी वाहनों से यात्री ढोने के हो रहे कारोबार को लेकर सवाल किया तो फिर प्रवर्तन टीम मैदान में उतरी। गुरुवार को ऐसे निजी वाहन जो व्यवसाय कर रहे थे उन पर शिकंजा करते हुए बंद करने की कार्रवाई की।
लखनऊ के एआरटीओ (प्रवर्तन) अमित राजन राय ने बताया कि लखनऊ के कमता स्थित अवध बस स्टेशन के सामने से प्राइवेट वाहन संचालक अपने वाहन का व्यावसायिक इस्तेमाल करते हुए पाए गए। विभिन्न रूटों के लिए वह सवारियां भर रहे थे। प्रवर्तन टीम ने मौके पर ही ऐसी तीन गाड़ियों को पकड़ा और उन्हें सीज कर दिया. जो अन्य प्राइवेट वाहन संचालक थे वह पहले से ही इधर-उधर हो गए। अब ऐसे वाहनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी। उन्होंने बताया कि इस माह मैंने स्वयं 33 वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की है जो निजी वाहन होते हुए भी इसका वाणिज्यिक इस्तेमाल कर रहे थे। पॉलिटेक्निक, कमता, सुल्तानपुर रोड स्थित अहमामऊ और एयरपोर्ट पर ऐसे संचालन होते हुए वाहन पाए गए थे। उन्होंने बताया कि जो भी प्राइवेट वाहन संचालक वाहन का व्यावसायिक इस्तेमाल कर रहे हैं वह सीधे तौर पर परिवहन विभाग को राजस्व का नुकसान पहुंचा रहे हैं। ऐसे वाहन संचालकों को चेतावनी दी जाती है कि वह अपने वाहन का व्यावसायिक इस्तेमाल बिल्कुल न करें। ऐसा करते हुए पाए जाएंगे तो वाहन थाने में बंद कर दिए जाएंगे।
परिवहन आयुक्त ने सघन चेकिंग के दिए निर्देश-
उत्तर प्रदेश के परिवहन आयुक्त चंद्रभूषण सिंह ने सभी संभागीय/सहायक संभागीय परिवहन अधिकारियों को होली पर्व को ध्यान में रखते हुए अनाधिकृत वाहनों की सघन चेकिंग कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए हैं।