आपने बॉम्ब साइक्लोन का नाम जरूर सुना होगा, लेकिन क्या आपको इस बारे में सही जानकारी है? बॉम्ब साइक्लोन एक खतरनाक ऋतु घटना है, जो मुख्य रूप से पृथ्वी के उष्णकटिबंधीय और ध्रुवीय क्षेत्रों के बीच के मध्य अक्षांश में उत्पन्न होती है। यह घटना तेज हवाओं, भारी बारिश, बर्फबारी, बाढ़ और अत्यधिक ठंडे तापमान का कारण बन सकती है। इस लेख में हम आपको बॉम्ब साइक्लोन के बारे में विस्तार से समझाने की कोशिश करेंगे।
बॉम्ब साइक्लोन क्या है?
बॉम्ब साइक्लोन तब उत्पन्न होता है जब एक तूफान बहुत तेजी से विकसित होता है। इसे विस्फोटक साइक्लोजेनेसिस (Explosive Cyclogenesis) या बॉम्बोजेनेसिस (Bombogenesis) भी कहा जाता है। इस प्रक्रिया के दौरान, तूफान का केंद्रीय दबाव 24 घंटों के भीतर कम से कम 24 मिलीबार गिर जाता है, जिससे हवाएं तेज गति से घूमने लगती हैं। इन हवाओं की गति 119 किमी प्रति घंटा तक हो सकती है। बॉम्ब साइक्लोन आमतौर पर प्रशांत महासागर में ज्यादा देखे जाते हैं, लेकिन अटलांटिक महासागर और भूमि पर भी यह उत्पन्न हो सकते हैं, खासकर सर्दियों के मौसम में।
बॉम्ब साइक्लोन का निर्माण कैसे होता है?
बॉम्ब साइक्लोन तब बनता है जब हवा के दबाव और जेट स्ट्रीम की गति ऐसी हो कि वे तूफान को उत्पन्न करने के लिए उपयुक्त स्थितियां तैयार करें। जेट स्ट्रीम, ऊपरी वायुमंडल में तेज हवाओं का एक संकीर्ण बैंड है। जब वॉटर वेपर (वाष्प) बर्फ और पानी में बदलता है, तो बहुत अधिक ऊर्जा (गुप्त ऊष्मा ऊर्जा) उत्पन्न होती है, जो तूफान को और तेज कर देती है। यह ऊर्जा तूफान को उभारने में मदद करती है और इसके द्वारा उत्पन्न होने वाली हवाएं और बारिश अधिक घातक हो सकती हैं।
बॉम्ब साइक्लोन कहां और कब बनते हैं?
बॉम्ब साइक्लोन का निर्माण मुख्य रूप से महासागरों में होता है और यह सर्दी के मौसम में ज्यादा सक्रिय रहते हैं। उत्तरी गोलार्ध में यह नवंबर से मार्च के बीच और दक्षिणी गोलार्ध में मई से अगस्त के बीच बन सकते हैं। हालांकि, कभी-कभी ये इससे पहले या बाद में भी उत्पन्न हो सकते हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि बॉम्ब साइक्लोन समुद्र में शिपिंग और अन्य गतिविधियों के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं।
बॉम्ब साइक्लोन और तूफान में अंतर
हालांकि बॉम्ब साइक्लोन में तूफान जैसी तेज हवाएं होती हैं, लेकिन इसे तूफान नहीं कहा जा सकता। दरअसल, बॉम्ब साइक्लोन एक विशेष प्रकार के मौसमीय दबाव में उत्पन्न होता है, जबकि तूफान आमतौर पर उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में उत्पन्न होते हैं और यह दोनों घटनाएं पूरी तरह से अलग होती हैं। बॉम्ब साइक्लोन के निर्माण में मौसम और जेट स्ट्रीम का प्रभाव होता है, जबकि तूफान इन दोनों से स्वतंत्र होते हैं।
क्या बॉम्ब साइक्लोन आम होते जा रहे हैं?
वर्तमान समय में, ग्लोबल क्लाइमेट चेंज के कारण मौसमीय घटनाएं अधिक बार हो रही हैं। हालांकि, बॉम्ब साइक्लोन के बढ़ने के बारे में अभी कोई स्पष्ट निष्कर्ष नहीं निकला है। वैज्ञानिक इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या पृथ्वी की बढ़ती गर्मी इन तूफानों के विकास और तीव्रता पर असर डाल रही है। यह कहना कठिन है कि बॉम्ब साइक्लोन भविष्य में और अधिक आम होंगे, लेकिन जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।