हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट को नया चीफ जस्टिस मिल गया है। न्यायमूर्ति गुरमीत सिंह संधावालिया ने आज यानी 29 दिसंबर को शिमला स्थित राजभवन में आयोजित समारोह में शपथ ली है। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने उन्हें चीफ जस्टिस के रूप में शपथ दिलाई।
बता दें कि, यह शपथ ग्रहण समारोह रविवार यानी 29 दिसंबर को सुबह 11:15 बजे शुरू हुआ । इस कार्यक्रम का संचालन हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने किया। शपथ ग्रहण समारोह में हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उप मुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया, विधायक रघुबीर सिंह बाली सहित कई प्रमुख लोग उपस्थित थे।
हिमाचल आना मेरे लिए घर आने जैसा – जस्टिस संधावालिया
शपथ ग्रहण के बाद मीडिया से बात करते हुए मुख्य न्यायाधीश गुरमीत सिंह संधावालिया ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में आना उनके लिए घर आने जैसा है। उन्होंने बताया कि वे पहले भी इस राज्य में आते रहे हैं और हिमाचल उनके लिए बहुत मायने रखता है, क्योंकि यह पहले पंजाब का हिस्सा था। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश तुलनात्मक रूप से छोटा राज्य है और यहां अपराधों की संख्या कम है। अधिकांश मामले सर्विस और सिविल से संबंधित होते हैं। जस्टिस संधावालिया ने कहा कि उनकी प्राथमिकता जल्द से जल्द मामलों का निपटारा करना होगी और इसके लिए वे सभी का सहयोग प्राप्त करने का प्रयास करेंगे। साथ ही, चूंकि वे खुद एक वकील रहे हैं, वे वकीलों और आम लोगों की समस्याओं को बेहतर तरीके से समझते हैं और न्याय दिलवाने के लिए काम करेंगे।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने दी बधाई
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी नए मुख्य न्यायाधीश गुरमीत सिंह संधावालिया को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि जस्टिस संधावालिया पंजाब से आते हैं और हिमाचल प्रदेश को भली-भांति समझते हैं, इसलिए वे राज्य में न्याय व्यवस्था को और बेहतर बनाने में मदद करेंगे।
जस्टिस गुरमीत सिंह संधावालिया का परिचय
न्यायमूर्ति गुरमीत सिंह संधावालिया का जन्म एक कानूनी परिवार में हुआ। उनके पिता, न्यायमूर्ति अचेत सिंह संधावालिया, पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस और पटना हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस रहे हैं। गुरमीत सिंह ने अपनी शिक्षा चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज से की थी और बाद में पंजाब यूनिवर्सिटी से एलएलबी किया। वे 1989 में पंजाब एवं हरियाणा बार काउंसिल से जुड़े।
जस्टिस शकधर की रिटायरमेंट और नए चीफ जस्टिस की नियुक्ति
पूर्व मुख्य न्यायाधीश राजीव शकधर 19 अक्टूबर को रिटायर हो गए थे। उनकी रिटायरमेंट के बाद से न्यायमूर्ति तरलोक सिंह चौहान एक्टिंग चीफ जस्टिस के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे थे। 11 जुलाई 2024 को न्यायमूर्ति गुरमीत सिंह संधावालिया को मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में मुख्य न्यायाधीश पद के लिए अनुशंसित किया गया था, लेकिन बाद में उनका नाम हिमाचल प्रदेश के मुख्य न्यायाधीश के लिए प्रस्तावित हुआ।
हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट में जजों की संख्या बढ़ी
नए मुख्य न्यायाधीश के साथ अब हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट में जजों की कुल संख्या 12 हो गई है। इनमें जस्टिस तरलोक सिंह चौहान, जस्टिस विवेक सिंह ठाकुर, जस्टिस अजय मोहन गोयल, जस्टिस संदीप शर्मा, जस्टिस ज्योत्सना रेवाल दुआ, जस्टिस सत्येन वैद्य, जस्टिस सुशील कुकरेजा, जस्टिस वीरेंद्र सिंह, जस्टिस रंजन शर्मा, जस्टिस बिपिन चंद्र नेगी और जस्टिस राकेश कैंथला शामिल हैं।