असम राइफल्स ने एक अनूठी पहल के तहत 11 अप्रैल 2025 को अगरतला में “पूर्वोत्तर भारत: 2030 और आगे” विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया। इसका उद्देश्य क्षेत्र के भविष्य के विकास और सुरक्षा पर संवाद को प्रोत्साहित करना था। इस अवसर की शोभा त्रिपुरा के माननीय राज्यपाल श्री एन. इंद्रसेन रेड्डी ने बढ़ाई।
इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में प्रमुख विश्वविद्यालयों के प्रतिष्ठित विद्वानों सहित कई विशिष्ट वक्ता शामिल हुए, जिन्होंने पूर्वोत्तर भारत में मौजूद अवसरों और चुनौतियों के विभिन्न पहलुओं पर गंभीर विचार-विमर्श किया।
यह संगोष्ठी एशियन कॉन्फ्लुएंस (एक प्रमुख थिंक-टैंक) और CENJOWS के सहयोग से आयोजित की गई थी। यह आयोजन असम राइफल्स की सामाजिक-आर्थिक प्रगति में योगदान की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
मेजर जनरल सुरेश भंभू, इंस्पेक्टर जनरल असम राइफल्स (पूर्व) ने पूर्वोत्तर क्षेत्र की अप्रयुक्त संभावनाओं पर अपने विचार साझा किए। पैनल चर्चा में लेफ्टिनेंट जनरल के. हिमालय सिंह (सेवानिवृत्त), बांग्लादेश के पूर्व उच्चायुक्त और कई देशों में राजदूत रह चुकीं अंबेसडर रिवा गांगुली दास, डॉ. प्रबीर डे सहित कई प्रतिष्ठित शैक्षणिक विशेषज्ञों ने भाग लिया। उन्होंने क्षेत्र की चुनौतियों और अवसरों पर विचार करते हुए गहन और व्यावहारिक समाधान प्रस्तुत किए।
समापन भाषण में लेफ्टिनेंट जनरल अभिजीत एस. पेंढारकर, जनरल ऑफिसर कमांडिंग 3 कॉर्प्स ने सभी वक्ताओं के बहुमूल्य योगदान की सराहना की और साथ ही पूर्वोत्तर भारत की सुरक्षा स्थिति पर भी प्रकाश डाला।
इस कार्यक्रम में सुरक्षा बलों के अधिकारी, पूर्व सैनिक, नीति निर्माता, सामुदायिक नेता और क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों से आए हितधारकों ने भाग लिया, जिससे पूर्वोत्तर क्षेत्र की विशिष्ट आवश्यकताओं और आकांक्षाओं को लेकर एक सामूहिक सोच को बढ़ावा मिला।