छत्तीसगढ़ के कांकेर में 'हिन्दू एकता शतचण्डी महायज्ञ' के दौरान माँ भुनेश्वरी जन कल्याण समिति (श्री राम नगर, कांकेर) के तत्वाधान में बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की उपस्थिति में प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने 11 परिवारों कि सनातन धर्म में घर वापसी कराई।
कार्यक्रम में बागेश्वर सरकार ने अपने उद्बोधन में कहा की, "हिन्दुओं पर लगातर अत्याचार हो रहे है। छत्तीसगढ़ की 200 जिलों कि डेमोग्राफी बदल गई है, यहां हिन्दू अल्पसंख्यक हो गए हैं। ऐसी परिस्थिति में लव जिहाद, चंगाई सभा जैसे कुचक्र को तोड़ने का पूरे सनातन समाज को संगठित होकर प्रयास करना होगा। यह भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने का उचित समय है। आइए, सब सनातनी मिलकर संकल्प लें कि जब तक हम भारत को हिन्दू राष्ट्र बना नहीं लेते चैन से नहीं बैठेंगे।"
प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने अपने उद्बोधन में कहा की, इतिहास साक्षी हैं कि जहां-जहां हिन्दुओं का धर्मांतरण हुआ है देश का वह भूभाग भारत से कट गया है। इसीलिए प्रबल जूदेव अपने पिता कुमार दिलीप सिंह जूदेव जी के द्वारा चलाये गये 'घर वापसी अभियान' को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि, जब तक शरीर में प्राण हैं तब तक इस अभियान को आगे बढ़ाता रहूंगा।
बता दें कि जनवरी 2024 में रायपुर में आयोजित 'हनुमंत कथा' में बागेश्वर सरकार के सानिध्य में प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने 1000 लोगों की सनातन धर्म में घरवापसी कराई थी।
कांकेर के इस कार्यक्रम में मुख्य रूप कांकेर के वर्तमान सांसद भोज राज नाग, कांकेर पूर्व सांसद मोहन मंडावी, वर्तमान विधायक आशाराम नेताम और माँ भुनेश्वरी जन कल्याण समिति के सभी पदाधिकारी एवं सदस्य तथा शहर के गणमान्य नागरिक के साथ हजारों लोग उपस्थित रहे।