भारतीय सेना की गुरज डिवीजन ने आज यानी शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (IWD) के मौके पर 'नारी शक्ति' को प्रदर्शित करते हुए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया। एक सप्ताह तक चले इन आयोजनों में महिला सशक्तिकरण और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए कई गतिविधियाँ आयोजित की गईं।
ममुन में वॉकाथॉन और महिलाओं का सम्मान
ममुन में आयोजित वॉकाथॉन में 600 से अधिक महिलाओं ने भाग लिया, जिनमें 200 कॉलेज छात्राएँ भी शामिल थीं। इस कार्यक्रम के दौरान, 46 महिला achievers को विभिन्न क्षेत्रों में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
सांबा और जांगलोट में वॉकाथॉन का आयोजन
सांबा और जांगलोट में भी वॉकाथॉन का आयोजन किया गया। जांगलोट वॉकाथॉन का झंडा एसएसपी मंजीत कौर ने, जो कि काथुआ पुलिस शारीरिक प्रशिक्षण विद्यालय की प्रमुख हैं, फहराया। इस वॉकाथॉन में 250 से अधिक महिलाओं ने भाग लिया, जिसमें नागरिक भी शामिल थे।
महिला रक्तदान शिविर और चिकित्सा शिविरों का आयोजन
इस अवसर पर एक विशेष महिला रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें 64 यूनिट रक्त एकत्र किया गया। रक्तदाताओं को रक्तदान प्रमाणपत्र प्रदान किया गया। इसके अलावा, विभिन्न स्थानों पर मार्च 20 तक चिकित्सा और दंत चिकित्सा स्क्रीनिंग शिविरों का आयोजन भी किया जा रहा है।
इन शिविरों में एनीमिया, ऑस्टियोपोरोसिस, लाइफस्टाइल डिसऑर्डर, मौखिक स्वास्थ्य, स्तन और स्त्री रोग संबंधित समस्याओं पर विशेष ध्यान दिया गया। 8 मार्च तक, 2322 महिलाओं ने विभिन्न स्क्रीनिंग प्रक्रियाओं जैसे लिपिड प्रोफाइलिंग, ममोग्राफी, थायरॉयड प्रोफाइलिंग, ईसीजी और हड्डी घनत्व परीक्षण कराए हैं।
प्रेरणादायक सत्र और महिला उद्यमियों की प्रदर्शनी
लेफ्टिनेंट रुचा दरेकर, जो भारतीय सेना की रेड टीम और सेना सेवाओं की टीम की फेंसर हैं, ने पठानकोट के एबी कॉलेज में एक प्रेरणादायक व्याख्यान दिया। उन्होंने महिलाओं के योगदान और व्यक्तिगत अनुभवों के माध्यम से युवा पीढ़ी को प्रेरित किया।
इसके अलावा, 9 मार्च को पठानकोट के नोवेल्टी मॉल में महिला उद्यमियों द्वारा एक प्रदर्शनी भी आयोजित की जा रही है। यह प्रदर्शनी सेना कौशल प्रशिक्षण केंद्र ममुन द्वारा आयोजित की जाएगी, जिसमें महिलाओं द्वारा किए गए हुनर को प्रदर्शित किया जाएगा। इन आयोजनों ने महिला सशक्तिकरण और स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।