आज से ठीक 2 साल पहले 28 जून 2022 को राजस्थान में एक ऐसा हत्याकांड सामने आया था जिसे संपूर्ण देश ने देखा था. दरअसल, उदयपुर में कन्हैया लाल तेली को मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद ने गला रेतकर हत्या कर दी थी. उनका गुनाह बस इतना था कि उन्होंने बीजेपी नेता नूपुर शर्मा का समर्थन किया था और सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया था. इस घटना के बाद जिहादियों ने कन्हैया लाल की हत्या कर दी थी.
जानकारी के लिए बता दें कि जिस मालदास स्ट्रीट बाजार में ये घटना हुई थी, वहां आज भी लोग नहीं आते है. बता दें कि बाजार की गलियों में करीब 300 दुकानें हैं जहां लोगों का हुजूम उमड़ता था, लेकिन अब सन्नाटा ही यहां पर है. वहीं, कन्हैलाल का परिवार न्याय की प्रतीक्षा में है. लेकिन अभी तक परिवार को न्याय नहीं मिल सका है. साथ ही इस घटना के बाद जिहादियों ने एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर शेयर किया था. इस्लामिक जिहादियों ने इस वीडियो के जरिए संदेश दिया था कि उनके लिए सर तन से जुदा करना मामूली खेल जैसा है.
बता दें कि तालीबानी अंदाज में गला काटने के बाद भी उनके ऊपर कोई अफसोस नहीं दिख रहा था. जैसे वह हिंदुओं की सहिष्णुता का मजाक उड़ा रहे हो. वहीं इस हत्याकांड के एक वर्ष पूर्ण होने पर परिवार अब भी न्याय की प्रतीक्षा में है. जानकारी के लिए बता दें कि वादे फास्ट ट्रैक में कार्रवाई के थे. लेकिन 1 साल बीत जाने पर अपराधियों को कोई ठोस नहीं हुई है.
वहीं, कन्हैयालाल तेली की पत्नी जसोदा बताती हैं कि जीवन सामान्य नहीं रहा. रिश्तेदार भी घर आने से घबराते हैं. दूर के रिश्तेदारों और मित्रों ने आना छोड़ दिया. उन्होंने आगे कहा कि पति के हत्यारों को मौत की सजा मिलेगी, तब मुझे चैन मिलेगा. वहीं, बड़े बेटे यश ने संकल्प लिया था कि पिता के हत्यारों को फांसी नहीं हो जाती, तब तक वह न तो बाल कटाएगा और न ही पांव में चप्पल पहनेगा.
पिताजी की अस्थियां भी विसर्जित नहीं करेगा. कन्हैयालाल तेली के बड़े बेटा यश कहता है कि एक साल बाद भी न्याय नहीं मिला. मुश्किल इतनी बढ़ गई है कि कहीं भी जाना होता है तो पुलिस से इजाजत लेनी पड़ती है. बता दें कि कन्हैया के दोनों बेटों को राज्य सरकार ने नौकरी दे दी, लेकिन उन्हें छोड़ने और लाने के लिए हमेशा दो गनमैन साथ होते हैं.