महायुति ने सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है। देवेंद्र फडणवीस, शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे और एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को चिट्ठी सौंप दी है। राज्यपाल को दावा पेश करने के बाद महायुति के तीनों नेता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया है। इस दौरान देवेंद्र फडणवीस ने मीडिया से कहा कि, "हमने राज्यपाल से मुलाकात की है और राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए समर्थन पत्र सौंपा है। राज्यपाल ने हमें कल शाम 5.30 बजे शपथ समारोह के लिए आमंत्रित किया है।"
बता दें कि, आज महायुति की बैठक में देवेंद्र फडणवीस को विधायक दल का नेता चुन लिया गया था। जिसके बाद अब यह तय है कि, महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ही होंगे। फडणवीस कल यानी 5 दिसंबर को तीसरी बार सीएम के तौर पर शपथ लेंगे। उनके साथ अजित पवार और एकनाथ शिंदे डिप्टी सीएम पद की शपथ लेंगे।
महायुति के नेताओं ने क्या कहा ?
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि, "आज हमने राज्यपाल से भेंट की है और शिवसेना के अध्यक्ष और शिवसेना विधायक दल के नेता के तौर पर एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद के लिए मेरे नाम की सिफारिश करते हुए एक पत्र दिया है। राज्यपाल ने हमें सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया है। शपथ ग्रहण समारोह कल शाम 5.30 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में होगा। हमने महाराष्ट्र की जनता से जो वादे किए हैं उनको पूरा करने के लिए यह सरकार काम करेगी। "
वहीं, एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में महायुति को लेकर कहा कि, " हम राज्य में सरकार चलाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देंगे। पार्टी से संबंधित गतिविधियों को (भाजपा प्रमुख) चंद्रशेखर बावनकुले और एनसीपी के सुनील तटकरे संभालेंगे।"
इनके अलावा शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने भी महायुति की सरकार को लेकर कहा कि, "मुझे बहुत खुशी है कि हमारी सरकार, महायुति सरकार, हमारी टीम ने ढाई साल में जो काम किया है वह उल्लेखनीय है और इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा।"
आपको बता दें कि 288 सदस्यों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में महायुति ने 233 सीटों पर जीत हासिल की है, जिसमें बीजेपी की 132 सीटें, शिंदे शिवसेना की 57 सीटें और एनसीपी की 41 सीटें शामिल हैं। बीजेपी ने इस बार चुनाव में 149 उम्मीदवार उतारे थे। जबकि शिवसेना ने 81 और एनसीपी ने 59 उम्मीदवारों को टिकट दिया था। जबकि विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी को सिर्फ 49 सीटें ही मिल सकीं, जिनमें से सबसे ज्यादा उद्धव ठाकरे की शिवसेना (20 सीटें) को मिली। इसके अलावा कांग्रेस 16 सीटें और शरद पवार की एनसीपी 10 सीटें जीतने में सफल रही।