भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने आरोप लगाया है कि गांधी परिवार और अमेरिका के 'डीप स्टेट' के सहयोग से भारत के खिलाफ एक साजिश रची जा रही है। संसद में इस मुद्दे को उठाते हुए भाजपा ने कहा कि कांग्रेस नेता सोनिया गांधी का संबंध जॉर्ज सोरोस फाउंडेशन से है, जो भारतीय अर्थव्यवस्था को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है। इस मुद्दे को लेकर संसद में हंगामा भी हुआ। आइए जानते हैं कि यह पूरा मामला क्या है और जॉर्ज सोरोस कौन हैं।
जॉर्ज सोरोस का परिचय
जॉर्ज सोरोस, एक प्रसिद्ध अमेरिकी व्यवसायी, का जन्म 1930 में हंगरी के बुडापेस्ट शहर में हुआ था। सोरोस को दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में गिना जाता है। वह एक यहूदी परिवार में पैदा हुए थे, जो द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान नाजी कब्जे से बचकर 1947 में ब्रिटेन चले गए। ब्रिटेन में उन्होंने लंदन स्कूल ऑफ इकॉनोमिक्स से अपनी पढ़ाई की।
जॉर्ज सोरोस पर क्या आरोप हैं?
जॉर्ज सोरोस पर कई आरोप लग चुके हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा के दौरान रेलवे पोर्टर और वेटर के रूप में भी काम किया। इसके बाद 1956 में वह अमेरिका चले गए, जहां उन्होंने यूरोपीय प्रतिभूतियों के साथ एक विश्लेषक के रूप में कार्य किया। सोरोस पर आरोप है कि वह अपनी संपत्ति का उपयोग करके सरकारों को अस्थिर करने की कोशिश करते हैं।
1997 में थाईलैंड की करेंसी, बाहट, पर सट्टा लगाने के कारण उसे कमजोर करने का आरोप भी सोरोस पर लगा था। इसके अलावा, सोरोस को 'बैंक ऑफ इंग्लैंड को बर्बाद करने वाला' भी कहा जाता है, क्योंकि उन्होंने ब्रिटिश पाउंड को शॉर्ट कर अरबों डॉलर का लाभ कमाया था। सोरोस पर भारतीय अर्थव्यवस्था को भी नुकसान पहुंचाने के आरोप हैं।
विवाद का कारण
भारतीय जनता पार्टी के झारखंड से सांसद, निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया है कि गांधी परिवार का जॉर्ज सोरोस से गहरा संबंध है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी सोरोस से मिलकर अदाणी मुद्दे को लेकर देश की अर्थव्यवस्था को अस्थिर करना चाहते हैं।
सोनिया गांधी और जॉर्ज सोरोस का कनेक्शन
BJP ने यह भी आरोप लगाया है कि सोनिया गांधी का संबंध जॉर्ज सोरोस फाउंडेशन से है, जो एक संगठन को वित्तपोषित करता है। यह संगठन कश्मीर के एक स्वतंत्र राष्ट्र के विचार का समर्थन करता है। भाजपा का दावा है कि सोनिया गांधी 'फोरम ऑफ डेमोक्रेटिक लीडर्स इन एशिया पैसिफिक' (FDL-AP) फाउंडेशन की सह-अध्यक्ष हैं, जिसे जॉर्ज सोरोस फाउंडेशन द्वारा वित्तपोषित किया जाता है।
कांग्रेस की प्रतिक्रिया
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इस पूरे मामले को भाजपा की साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा यह सब सदन की कार्यवाही को रोकने के लिए कर रही है और लोकतंत्र की हत्या करने का प्रयास कर रही है। कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार यह सब अदाणी मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए कर रही है।