प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत मंडपम में आज यानी शुक्रवार को स्कूल ऑफ अल्टीमेट लीडरशिप (SOUL) लीडरशिप कॉन्क्लेव के पहले संस्करण का उद्घाटन किया। भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे भी उनके साथ मौजूद रहे। SOUL कॉन्क्लेव में पीएम मोदी ने कहा, "कुछ आयोजन ऐसे होते हैं जो हृदय के बहुत करीब होते हैं आज का कार्यक्रम भी ऐसा ही है। राष्ट्र निर्माण के लिए बेहतर नागरिकों का विकास जरूरी है। व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण, 'जन से जगत', किसी भी ऊंचाई को प्राप्त करने के लिए आरंभ जन से ही होता है।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "बेहतरीन लीडर्स का विकास जरूरी है और समय की मांग है इसलिए 'स्कूल ऑफ अल्टीमेट लीडरशिप' की स्थापना विकसित भारत की विकास यात्रा में एक महत्वपूर्ण और बड़ा कदम है।"
पीएम मोदी ने कहा कि 140 करोड़ की जनसंख्या वाले भारत में हर सेक्टर, हर वर्टिकल और जीवन के हर पहलू में हमें सर्वोत्तम नेतृत्व तैयार करना होगा। उन्होंने कहा कि कुछ आयोजन दिल के बेहद करीब होते हैं और SOUL लीडरशिप कॉन्क्लेव भी ऐसा ही एक अहम आयोजन है। उन्होंने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि अगर वे खुद को सर्वश्रेष्ठ बनाएंगे तो आने वाले समय में उनके योगदान को याद किया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब भारत डिप्लोमेसी से लेकर टेक्नोलॉजी इनोवेशन तक एक नई लीडरशिप को आगे बढ़ाएगा तो हर क्षेत्र में देश का प्रभाव तेजी से बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि भारत का भविष्य एक मजबूत नेतृत्व पीढ़ी पर निर्भर है और इसके लिए युवाओं को वैश्विक जरूरतों के अनुसार खुद को तैयार करना होगा।