प्रयागराज में महाकुंभ की तैयारियां जोरों पर हैं। योगी सरकार इस महाकुंभ को ऐतिहासिक बनाने की पूरी कोशिश की जा रही है। इस बीच प्रयागराज में गंगा नदी के किनारे स्थित रसूलाबाद घाट का नाम बदल दिया गया है। घाट का नाम बदलकर चन्द्रशेखर आजाद घाट के नाम रख दिया गया है। इसको लेकर नगर निगम प्रयागराज में प्रस्ताव भी पास हो गया है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, रसूलाबाद घाट प्रयागराज के सबसे पुराने घाटों में से एक है। इसी घाट पर चन्द्रशेखर आज़ाद का अंतिम संस्कार किया गया था। अब महाकुंभ से पहले योगी सरकार ने आदेश जारी कर इस घाट का नाम बदलने कर चन्द्रशेखर आज़ाद के नाम पर रखने का दिया है। इसको लेकर जल्द ही एक शिला पट्टिका तैयार कर नाम का अनावरण किया जाएगा।
मेयर ने रसूलाबाद घाट का नाम बदलने के लिए नगर निगम में प्रस्ताव पारित कराया था। इस संबंध में नगर निगम की ओर से एक प्रेस विज्ञप्ति जारी भी की गई है। जिसमें बताया गया है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में अपने प्रयागराज दौरे के दौरान कुंभ की तैयारियों का निरीक्षण किए थे। इस दौरान उन्होंने दशाश्वमेध घाट और गंगा रिवर फ्रंट रोड का निरीक्षण किए थे और फिर रसूलाबाद घाट का नाम बदलने का निर्देश जारी किए थे।
आपको बता दें कि 13 जनवरी से प्रयागराज में महाकुंभ शुरू होने जा रहा है। 26 फरवरी तक चलने वाले इस महाकुंभ की तैयारियां काफी तेजी से चल रही हैं। इसी सिलसिले में तैयारियों को देखने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रयागराज दौरे पर थे।
इन शहरों और रेलवे स्टेशनों का बदला गया नाम
जानकारी के लिए बता दें कि, पहले भी उत्तर प्रदेश के कई बड़े शहरों के नाम बदले गए थे। इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज और फैजाबाद को अयोध्या कर दिया गया है। इसके अलावा मुगलसराय और झांसी जैसे स्टेशनों का नाम बदलकर पंडित दीन दयाल उपाध्याय नगर और वीरांगना लक्ष्मीबाई नगर कर दिया गया है। वहीं, लखनऊ मंडल के आठ रेलवे स्टेशनों के भी नाम बदले गए है। इनमें जायस, अकबरगंज, फुरसतगंज, वारिसगंज हॉल्ट, निहालगढ़, बनी, मिसरौली और कासिमपुर हॉल्ट शामिल हैं। इन सभी रेलवे स्टेशनों के नाम धार्मिक स्थलों, महापुरुषों और आध्यात्मिक गुरुओं के नाम पर रखे गए थे।