इनपुट-अंशुमान दुबे, लखनऊ
लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार लगातार मिल रहे अवैध निर्माण की शिकायत और खबरों से नाराज बताए जा रहे हैं। बार बार अपने अभियंताओं की मनमानी की मिल रही शिकायत के बाद जोन दो में और तीन में अवैध निर्माणों पर कार्यवाही का सिलसिला लगातार दूसरे दिन भी जारी रहा।
गुरुवार 21 नवंबर को ट्रांसपोर्ट नगर में नक्शे और नियमों के विरुद्ध कुछ अवैध निर्माण पर हुई थी कार्यवाही। इसी क्रम में शुक्रवार को प्रवर्तन टीम ने पी0जी0आई0, आलमबाग, बिजनौर व काकोरी क्षेत्र में अभियान चलाया। इस दौरान प्राधिकरण से मानचित्र स्वीकृत कराये बिना अवैध रूप से किये जा रहे 05 व्यावसायिक निर्माणों को सील किया गया।
प्रवर्तन जोन-2 के जोनल अधिकारी अतुल कृष्ण सिंह ने बताया कि एस0के0 त्रिपाठी व अन्य द्वारा कल्ली पश्चिम में रायबरेली रोड पर पंडित दीनदयाल पार्क के सामने लगभग 2400 वर्गफिट क्षेत्रफल के भूखण्ड पर व्यावसायिक निर्माण करवाया जा रहा था। इसके अलावा मुकेश सैलानी, बंटी, अशोक कुमार व अन्य द्वारा आलमबाग के स्नेहनगर में लगभग 2500 वर्गफिट क्षेत्रफल के भूखण्ड पर व्यावसायिक भवन का निर्माण कराया जा रहा था। वहीं, अशोक यादव, विवेक यादव व अन्य द्वारा बिजनौर में नटवाडीह के पास राॅयल सिटी में लगभग 80 वर्गमीटर क्षेत्रफल के भूखण्ड पर व्यावसायिक निर्माण करवाया जा रहा था। प्राधिकरण से मानचित्र स्वीकृत कराये बिना अवैध रूप से किये जा रहे इन तीनों निर्माण कार्यों के विरूद्ध विहित न्यायालय द्वारा वाद योजित करते हुए सीलिंग के आदेश पारित किये गये थे। जिसके अनुपालन में अवर अभियंता भरत पाण्डेय व प्रमोद कुमार पाण्डेय द्वारा पुलिस बल के सहयोग से प्रश्नगत स्थलों को सील कर दिया गया।
प्रवर्तन जोन-3 की जोनल अधिकारी वन्दना पाण्डेय ने बताया कि अनुज गुप्ता व अन्य द्वारा काकोरी के ग्राम-जलियामऊ में आगरा एक्सप्रेस-वे की सर्विस रोड पर लगभग 100 वर्गमीटर क्षेत्रफल के भूखण्ड पर व्यावसायिक काॅम्पलेक्स का निर्माण करवाया जा रहा था। इसी तरह कौशल्या देवी पत्नी देशराज व अन्य द्वारा काकोरी के बड़ा गांव करीमाबाद में आगरा एक्सप्रेस-वे की सर्विस रोड पर लगभग 100 वर्गमीटर क्षेत्रफल के भूखण्ड पर व्यावसायिक भवन का निर्माण कराया जा रहा था। प्राधिकरण से मानचित्र स्वीकृत कराये बिना किये जा रहे उक्त दोनों निर्माण कार्यों के विरूद्ध विहित न्यायालय द्वारा सीलिंग के आदेश पारित किये गये थे। जिसके अनुपालन में सहायक अभियंता अनूप श्रीवास्तव के नेतृत्व में अवर अभियंता एस0के0 सिंह व राम चैहान द्वारा दोनों अवैध निर्माणों को सील कर दिया गया।
अवैध निर्माणों पर कार्यवाही के बाद भी आशियाना कोतवाली क्षेत्र में दो दर्जन से ज्यादा अवैध निर्माण अभी भी लखनऊ विकास प्राधिकरण के अधिकारियों की कार्यवाही पर प्रश्न खड़ा कर रहे है। सबसे ज्यादा अवैध निर्माण यहां सेक्टर के , जे , और एन आशियाना में और रुचिखंड , सेक्टर जी , सेक्टर एच , सेक्टर आई में है। यहां न केवल अवैध निर्माण चरम पर है बल्कि अनेक अवैध निर्माण तो सील खोलकर पूरे किए जा रहे है । जिनमें कि सेक्टर के के आवासीय भूखंड 836 , रुचिखंड 2 के आवासीय भूखंड 26 और 27 प्रमुख हैं ।