आज नई दिल्ली स्थित भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में ‘वक्फ सुधार जनजागरण अभियान’ की कार्यशाला का उद्घाटन सत्र सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर देश के हित में उठाए गए एक और ऐतिहासिक कदम को राष्ट्र के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सशक्त नेतृत्व में केंद्र सरकार वक्फ (संशोधन) विधेयक-2025 लेकर आई है, जिसका उद्देश्य है – वक्फ की ज़मीनों का बेहतर प्रबंधन, पारदर्शिता और राष्ट्रहित में उपयोग।
वर्षों से वक्फ की संपत्तियों का उपयोग कुछ सीमित मज़हबी ठेकेदारों और सियासी दलों द्वारा तुष्टिकरण के औजार के रूप में किया जाता रहा है। अब इस नए कानून से यह संपत्ति उन गरीब और पिछड़े मुसलमानों के लिए खुलेगी, जिन्हें दशकों तक सिर्फ वोट बैंक की तरह इस्तेमाल किया गया।
यह कानून शिक्षा, स्वास्थ्य और विकास के क्षेत्र में गरीब मुस्लिम समाज को सशक्त करेगा– ना कि किसी मज़हबी राजनीति का हथियार बनेगा। लेकिन इस ऐतिहासिक सुधार से सबसे ज़्यादा बौखलाहट है कांग्रेस और उसके तुष्टिकरण-प्रेमी सहयोगियों