गणेश चतुर्थी के त्योहार का लोग बेसब्री से इंतजार करते हैं। हर साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी मनाई जाती है। इस खास मौके पर देशभर में रौनक देखने को मिलता है। गणपति जी के मंदिरों को सजाया जाता है। गणेश चतुर्थी के दिन से ही गणेश उत्सव की शुरुआत हो जाती है। वहीं अनंत चतुर्दशी के दिन गणेश विसर्जन के साथ इसका समापन हो जाता है। क्या आप जानते हैं गणेश चतुर्थी भाद्रपद माह में क्यों मनाई जाती है? अगर आप नहीं जानते तो आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
ये है वजह
पौराणिक कथा के अनुसार, भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणपति बप्पा का अवतरण हुआ था। इसलिए हर साल इसी तिथि पर गणेश चतुर्थी का त्योहार मनाया जाता है। यह पर्व अनंत चतुर्दशीतक यानी 10 दिनों तक चलता है। अनंत चतुर्दशी के दिन गणपति बप्पा को किसी पवित्र नदी में या घर में ही पानी के टप में विसर्जित किया जाता है। इस त्योहार की धूम पूरे देश में दिखती है।
गणेश चतुर्थी पर करें ये उपाय
मान्यता है कि, भगवान गणेश को दूर्वा बहुत प्रिय है। इसलिए भगवान गणेश को दूर्वा जरूर चढ़ाएं और सच्चे मन से 'श्री गणेशाय नम: दूर्वांकुरां समर्पयामि' मंत्र का जाप करें। ऐसा माना जाता है कि, इस उपाय से गणपति बप्पा प्रसन्न होते हैं और सभी विघ्नों को दूर कर देते हैं।
गणेश चतुर्थी का दिन मनोकामना पूर्ति के लिए बहुत शुभ माना जाता है। इस दिन सुबह स्नान करने के बाद पूजा के दौरान गुड़ की 21 छोटी गोलियां बनाकर भगवान गणेश को अर्पित करें। ऐसा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।
गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश की पूजा करने से सभी विघ्न दूर होते हैं और अपार सुख की प्राप्ति होती है।