आम चुनाव के बाद, 18 वीं लोकसभा के पहले सत्र में नए सदस्यों के शपथ लेने के बाद यह संसद का पहला पूर्ण सत्र होगा। आम चुनाव में बीजेपी के नेतृत्त्व वाली एनडीए लगातार तीसरी बार सत्ता में लौटी है। केन्द्र सरकार की सिफारिश पर माननीय राष्ट्रपति ने बजट सत्र 2024 के लिए 22 जुलाई से 12 अगस्त 2024 तक संसद के दोनों सदनों को बुलाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजुजू ने शनिवार को 'X' पर जानकारी दी कि, "23 जुलाई 2024 को केंद्रीय बजट 2024 25 लोकसभा में पेश किया जाएगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 23 जुलाई को 2024-25 का केंद्रीय बजट पेश करेंगी।"
साहसिक निर्णयों का नया अध्याय
भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार का अपने नए कार्यकाल का यह पहला बजट महत्वपूर्ण होगा, जिस पर सभी की निगाहें टीकी है। क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले कहा था कि, वे तीसरे कार्यकाल का उपयोग साहसिक निर्णयों का नए अध्याय लिखने के लिए करेंगे।
सरकार और विपक्ष में टकराव
18वीं लोकसभा के गठन के बाद संसद का पहला सत्र हंगामेदार रहा, जिसमें एनईईटी यूजी परीक्षा विवाद समेत कई मुद्दों पर विपक्ष ने सरकार को घेरा और सरकार ने अपने बचाव का भरपूर प्रयास भी किया। यानी पूरा सत्र दो तरफा घमासान से चर्चा का विषय बना रहा।
पीएम ने दिया बहस का जवाब
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 27 जून को दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित किया था। इसके बाद लोकसभा और राज्यसभा दोनों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संसद के दोनों सदनों में धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई बहस का जवाब दिया।