बिहार के लखीसराय से एक लव जिहाद का मामला समाने आया है। यहां कमाल अशरफ ने सुमित बनकर नाबालिग हिंदू लड़की को प्रेम जाल में फंसाया। फिर कई वर्षों तक उसका शारीरिक शोषण करता रहा। इसके बाद पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। ये मामला मंगलवार (15 अप्रैल) का है।
ये मामला लखीसराय जिले के सूर्यगढ़ा थाना क्षेत्र का है। पीड़िता के मुताबिक, 2012 में लिपिक कमाल अशरफ ने सुमित बनकर दोस्ती की शुरुआत की, उस समय उसकी उम्र महज 16 साल थी। धीरे-धीरे यह रिश्ता प्रेम और फिर शारीरिक संबंधों में बदल गया। अशरफ ने उसे शादी का झांसा दिया और मुंगेर, जमुई व आसनसोल जैसे शहरों में ले जाकर उसका लगातार शोषण करता रहा।
2014 में पीड़िता गर्भवती हुई, जिसके बाद आरोपी ने कोर्ट में बयान दिया कि वह उससे विवाह करेगा। 2015 में पीड़िता ने एक बच्चे को जन्म दिया, लेकिन शादी नहीं हुई। तभी उसने अपनी असली पहचान उजागर की और कहा कि विवाह तभी होगा जब पीड़िता इस्लाम कबूल कर धर्मांतरण करें। पीड़िता द्वारा इनकार किए जाने पर उसे प्रताड़ित किया जाने लगा।
पीड़िता का आरोप है कि 20 फरवरी 2025 को अशरफ अपने तीन साथियों के साथ आया और एक अन्य शिक्षक इब्राहिम अहमद उर्फ शमशाद आलम के साथ शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाने लगा। इंकार करने पर दोनों ने उसकी बेरहमी से पिटाई की।
इतना ही नहीं, 12 सितंबर 2024 को पीड़िता को नमाज पढ़ने, गोमांस खाने और धर्म बदलने के लिए मजबूर किया। जब उसने मना किया, तो उसके साथ इतनी मारपीट की गई कि उसके बाएं हाथ और पैर में फ्रैक्चर हो गया।
लखीसराय के पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने बताया कि पीड़िता के बयान के आधार पर लिपिक कमाल अशरफ, शिक्षक इब्राहिम अहमद उर्फ शमशाद आलम और दो अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और जल्द ही आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।