विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की युवा इकाई बजरंग दल (दिल्ली प्रान्त) की ओर से आज यानी रविवार को त्रिशूल दीक्षा समारोह का आयोजन नूतन मराठी स्कूल, पहाड़गंज, दिल्ली में किया गया। कार्यक्रम में पांच हजार युवा कार्यकर्ताओं ने त्रिशूल दीक्षा ग्रहण की।
इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता केंद्रीय संयुक्त महामंत्री विहिप सुरेन्द्र जैन ने दीक्षा ग्रहण करने वाले युवाओं को आशीर्वचन दिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता चरणजीव मल्होत्रा ने की और विशेष उपस्थिति प्रसिद्ध बौद्ध संत राहुल भंते जी और साध्वी दीप्ति मां, विहिप के क्षेत्रीय संगठन मंत्री मुकेश खांडेकर, दिल्ली प्रांत के अध्यक्ष कपिल खन्ना, प्रांत मंत्री सुरेंद्र गुप्ता, बजरंग दल के संयोजक जगजीत सिंह गोल्डी, संगठन मंत्री इंद्रप्रस्थ क्षेत्र सुबोध जी की रही।
इस अवसर पर बौद्ध संत राहुल जी ने सभी बजरंगियों को त्रिशूल दीक्षा का संकल्प कराया। साथ ही साध्वी दीप्ति जी ने हिन्दुओं को एक रहने की जरूरत पर बल दिया। सुरेन्द्र जैन ने अपने संबोधन में कहा, "आज त्रिशूल दीक्षा का कार्यक्रम है। यह केवल त्रिशूल धारण नहीं है, बल्कि दीक्षा का कार्यक्रम है। हम संकल्प लेते हैं अपने राष्ट्र, धर्म, माँ-बेटी, पूज्य संतों और भारत की धरती की रक्षा का।"
दिल्ली के उपराज्यपाल महोदय का धन्यवाद करते हुए उन्होंने कहा, "दिल्ली के उपराज्यपाल श्री विनय कुमार सक्सेना जी के पहल से पहला राज्य बन गया है जिसने बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें भारत से निकालने का प्रयास प्रारंभ किया है। किन्तु हमें संदेह है कि उपराज्यपाल महोदय के इस सराहनीय पहल और निर्देश का उनके प्रशासनिक अधिकारी गंभीरता से पालन करेंगे।"
सुरेन्द्र जैन ने कहा कि बजरंग दल के सैकड़ों कार्यकर्ता अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें बाहर खदेड़ने के लिए दिल्ली के उपराज्यपाल और प्रशासन को सहयोग देने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि विहिप के दिल्ली में वक्फ बोर्ड की ओर से कब्जा किए गए 123 संपत्तियों को कानूनी तौर पर आज़ाद करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
जैन ने कहा कि, दिल्ली विकास प्राधिकरण के मैदान में अवैध तौर पर बनी मस्जिद के समीप रानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा लगवाने में भी विहिप ने अपनी भूमिका अदा की। इस मैदान की रानी लक्ष्मीबाई के नाम से आधिकारिक तौर पर नामकरण किया जाए इसके लिए जल्द ही विहिप प्रशासन को ज्ञापन सौंपेगा।
उन्होंने आगे कहा कि, उत्तर प्रदेश के सम्भल में हिंसा के तथ्य ये साबित करते हैं कि ये सोची समझी साजिश का हिस्सा था। हिन्दुओं की धार्मिक यात्राओं पर जिहादी तत्व हमले करवाते हैं और यदि स्थापित मंदिरों का कानूनी तरीके से सर्वे किया जाता है तो भी सांप्रदायिक उन्माद फैलाने का प्रयास किया जाता है। अब ऐसे हमलों का जवाब देने के लिए बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कमर कस ली है।
जगजीत सिंह गोल्डी ने प्रान्त में 50,000 युवाओं को दीक्षित करने का संकल्प लिया और दिल्ली की सुरक्षा में बजरंग दल की अग्रणी भूमिका की आशा व्यक्त की। प्रांत अध्यक्ष कपिल खन्ना ने इस अवसर पर उपस्थित सभी संतों, विहिप के अधिकारियों और कार्यकर्ताओं और महानुभावों का धन्यवाद किया।