भारतीय नौसेना के आईएनएस तुशील ने सेनेगल के डकार में अपनी पहली पोर्ट यात्रा पूरी की, जिससे दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और प्रगाढ़ करने का अवसर मिला।
आईएनएस तुशील, जो भारतीय नौसेना का नवीनतम गाइडेड मिसाइल स्टील्थ फ्रिगेट है, ने तीन दिनों तक डकार में ठहराव किया। इस दौरान, नौसेना के कप्तान पीटर वर्गीज ने सेनेगल के नौसेना प्रमुख रियर एडमिरल अब्दू सेने से मुलाकात की। बातचीत में दोनों देशों के बीच नौसैनिक सहयोग को मजबूत करने और सामूहिक समुद्री सुरक्षा पहलों पर चर्चा की गई।
नौसैनिक सहयोग पर चर्चा
आईएनएस तुशील की यात्रा के दौरान, कप्तान वर्गीज और रियर एडमिरल सेने ने नौसैनिक क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के लिए विचार-विमर्श किया। दोनों देशों के बीच बढ़ती सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए समन्वित प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
विशेषज्ञों का आदान-प्रदान और योग सत्र
इस यात्रा के हिस्से के रूप में, एक विषय विशेषज्ञ (SME) आदान-प्रदान सत्र आयोजित किया गया, जिसमें भारतीय नौसेना के "निशार-मित्रा" टर्मिनल को प्रदर्शित किया गया। इसके अलावा, सेनेगल योग संघ और भारतीय नौसेना के कर्मियों के बीच एक संयुक्त योग सत्र का आयोजन किया गया, जिससे सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा मिला।
भारतीय समुदाय से मुलाकात
आईएनएस तुशील ने डकार में भारतीय प्रवासी समुदाय और स्थानीय निवासियों से भी मुलाकात की। जहाज पर लगभग 150 लोग आए, जिससे भारतीय नौसेना की क्षेत्र में बढ़ती उपस्थिति को प्रदर्शित किया गया।
पास्सेक अभ्यास के साथ यात्रा का समापन
आईएनएस तुशील ने अपनी यात्रा का समापन सेनेगल के नौसैनिक जहाज PHM निआनी के साथ पास्सेक (PASSEX) अभ्यास में भाग लेकर किया। यह अभ्यास दोनों नौसेनाओं के बीच interoperability को बढ़ावा देने और क्षेत्रीय सुरक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
आईएनएस तुशील की यह यात्रा भारतीय और सेनेगल नौसेना के बीच सहयोग को और मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण अवसर रही। इससे न केवल दोनों देशों के संबंधों में प्रगति हुई, बल्कि समुद्री सुरक्षा और सहयोग की दिशा में भी एक मजबूत संदेश गया।