पं. गणेश प्रसाद मिश्र सेवा न्यास, सतना (म.प्र.) के द्वारा अन्य वर्षों की भांति इस वर्ष भी विश्व के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन महाकुंभ में 03 फरवरी 2025, सोमवार को बसंत पंचमी के अवसर पर समूहिक यज्ञोपवीत संस्कार कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। 1008 स्वामी शंकर्षणाचार्य जी महाराज भीमकुंड धाम, छत्तरपुर (म.प्र.) के सान्निध्य में यह आयोजन किया गया है।
पं. गणेश प्रसाद मिश्र सेवा न्यास के अध्यक्ष डॉ. राकेश मिश्र ने बताया कि सेवा न्यास संस्कृति और संस्कार के संरक्षण के लिए सेवा न्यास सदैव सक्रिय रहा है। इसी क्रम में समूहिक यज्ञोपवीत संस्कार कार्यक्रम का आयोजन बसंत पंचमी, 03 फरवरी 2025, सोमवार को न्यास के शिविर महाकुंभ मेला परिसर, प्रयागराज में प्रात: किया जाएगा। सुबह दस बजे से नव बटुकों को यज्ञोपवीत संस्कार का अनुष्ठान प्रारम्भ होगा।
डॉ. मिश्र ने बताया कि यज्ञोपवीत संस्कार में बटुकों को जनेऊ पहनाया जाता है। जनेऊ के तीन सूत्र त्रिमूर्ति ब्रह्मा, विष्णु, महेश के साथ ही देवऋण, पितृऋण और ऋषिऋण के प्रतीक होते है। ये तीन सूत्र गायत्री मंत्र के तीन चरणों एवं तीन आश्रमों के भी प्रतीक हैं। जनेऊ में जो गांठ लगाई जाती है, इसे प्रवर कहते हैं। प्रवर की संख्या 1, 3 एवं 5 होती है।
न्यास के शिविर में प्रतिदिन आते हैं हजारों श्रद्धालु:
सेवा न्यास विगत आठ वर्षों से प्रयागराज में संगम तट पर माघ मेला एवं अर्द्धकुंभ में शिविर लगाता है, जिसमें कल्पवासियों के लिए व्यवस्थाएं की जाती हैं। पहले 13 जनवरी से 12 फरवरी तक शिविर का कार्यक्रम था, लेकिन अब यह कार्यक्रम 26 फरवरी तक चलेगा।