रमजान के दौरान एक गैर-मुस्लिम युवक के सार्वजनिक रूप से खाना खाने पर एक कट्टरपंथी बुजुर्ग व्यक्ति ने उस पर हमला कर दिया। यह घटना सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गई और सरकार को सख्त प्रतिक्रिया देने पर मजबूर कर दिया। रविवार को एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें एक बुजुर्ग व्यक्ति ने काले रंग का लबादा पहने हुए 21 वर्षीय युवक से आक्रामक तरीके से सवाल पूछे।
वीडियो में यह युवक डर के साथ पीछे हटते हुए दिखाई दे रहा था, जबकि बुजुर्ग व्यक्ति उसे लगातार डांट रहा था। पीड़ित ने दावा किया कि उसे कई थप्पड़ मारे गए, क्योंकि उसने अपना पहचान पत्र नहीं दिखाया और यह साबित करने से इनकार किया कि वह मुसलमान नहीं है, इसलिए वह भोजन कर रहा था।
मंत्री का कड़ा बयान
सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद मलेशिया के एकता मंत्री आरोन एगो डागांग ने सोमवार को सख्त प्रतिक्रिया दी। उन्होंने इसे एक "उकसावा" करार दिया और कहा कि ऐसी घटनाओं का मलेशिया के बहुजातीय समाज में कोई स्थान नहीं है। मंत्री ने यह भी कहा कि इस तरह की घटनाओं को तुरंत रोका जाना चाहिए, क्योंकि इससे राष्ट्रीय एकता पर गंभीर खतरा हो सकता है। उन्होंने हिंसा, भेदभाव और पूर्वाग्रह की कड़ी निंदा की और यह कहा कि यह सब नस्लीय सद्भाव को नष्ट कर सकता है।
मजहब के अधिकारियों की सख्ती पर सवाल
यह घटना उस समय हुई है, जब इस महीने की शुरुआत में मलक्का राज्य में कुछ लोगों को निजी स्थानों पर रोजा तोड़ने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इसके खिलाफ आलोचनाएँ सामने आईं, जिसमें मजहबी अधिकारियों पर गरीबों और वंचितों के खिलाफ अत्यधिक सख्ती बरतने का आरोप लगाया गया था।