बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में इंसानियत को झकझोर देने वाली घटना सामने आयी है। बुधवार (16 अप्रैल 2025) को एक बस्ती भीषण अग्निकांड की चपेट में आ गई। चंद मिनटों में सबकुछ राख हो गया। 50 से अधिक झोपड़ियां जलकर खाक हो गईं, वहीं 4 मासूम बच्चों समेत 5 लोगों की जिंदा जलने से मौत हो गई। हादसा बरियारपुर थाना क्षेत्र के रामपुर मनी पंचायत में हुआ।
स्थानीय लोगों के मुताबिक, यह विनाशकारी आग गांव के गोलक पासवान के घर में बिजली के शॉर्ट सर्किट से शुरू हुई। देखते ही देखते लपटों ने पूरे झुग्गी इलाके को अपनी गिरफ्त में ले लिया। आग इतनी भयावह थी कि राजू पासवान के तीन बच्चे—12, 9 और 8 वर्ष के- भागने तक का मौका नहीं पा सके और जिंदा जलकर खाक हो गए। हादसे ने गांव को शोक के समंदर में डुबो दिया है।
मदद पहुंची, पर बहुत देर हो चुकी थी
मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने हादसे को 'बेहद दुखद' बताते हुए कहा कि मृतकों के परिजनों को आपदा राहत फंड से ₹4 लाख की सहायता राशि दी जाएगी। उनके मुताबिक, मृतक बच्चे एक ही परिवार से थे। प्रशासन ने आश्वासन दिया कि जिनके घर जले हैं, उनके लिए भोजन व अस्थायी आवास की व्यवस्था की जाएगी।
दमकल की 7 गाड़ियां भी न रोक सकीं मौत का तांडव
अग्निशमन अधिकारी त्रिलोकी नाथ झा ने बताया कि आग पर काबू पाने के लिए 7 दमकल गाड़ियां और 25 कर्मी लगाए गए। काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। लपटों के बीच सिलेंडर फटने की वजह से स्थिति और भी गंभीर हो गई।
15 बच्चे अब भी लापता
हादसे के बाद गांव में मातम पसरा हुआ है। परिजन अपने लापता बच्चों को खोज रहे हैं। 15 से अधिक बच्चे अभी तक नहीं मिले हैं। गांव की गलियों में माताओं की दहाड़ें और पिता की टूटी आवाज़ें दिल चीरने वाली हैं। पुलिस मौके पर जांच में जुटी हुई है और शवों को SKMCH भेजा जा रहा है।