जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुई आतंकवादी घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इस हमले के विरोध में देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। शनिवार (26 अप्रैल 2025) को बिहार के लखीसराय जिले में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) द्वारा आयोजित कैंडल मार्च ने अचानक एक विवादित मोड़ लिया जब मार्च में पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाने का मामला सामने आया।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें कथित तौर पर पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाए जा रहे हैं। वीडियो में यह स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि कैंडल मार्च में भाग ले रहे लोग 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगा रहे हैं, जिससे स्थिति जटिल हो गई।
राजद जिलाध्यक्ष का बयान
राजद जिलाध्यक्ष कालीचरण चरण दास ने इस पूरे मामले पर सफाई देते हुए कहा, "यह नारे अति उत्साह में लगाए गए थे, ऐसा कोई जानबूझकर नहीं किया गया था।" यह कैंडल मार्च सूर्यगढ़ा में आयोजित किया गया था, जिसमें राजद के सभी जिला नेता और कार्यकर्ता शामिल थे।
भाकपा नेता पर गंभीर आरोप
इस कैंडल मार्च में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) भी शामिल थी, और बताया जा रहा है कि भाकपा के नेता कैलाश प्रसाद सिंह उर्फ इंजीनियर ने भी पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाए। इस घटना के बाद भाकपा ने तुरंत कार्रवाई करते हुए कैलाश प्रसाद सिंह को पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
पुलिस ने शुरू की जांच
लखीसराय के एसपी अजय कुमार ने इस विवादित वीडियो का संज्ञान लेते हुए कहा कि जांच का आदेश दे दिया गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस मामले में सुसंगत धाराओं के तहत केस दर्ज किया जाएगा और दोषियों को सजा दी जाएगी।
कैंडल मार्च में नारेबाजी से बढ़ा विवाद
यह घटना लखीसराय में राष्ट्रीय एकता और शांति के लिए बेहद चिंताजनक साबित हुई है, और इसने क्षेत्रीय राजनीति में भी हलचल मचा दी है। पुलिस और प्रशासन अब इस मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि समाज में सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखा जाए और किसी भी प्रकार की भड़काऊ बयानबाजी से बचा जाए।