दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद, बीजेपी के अगले मुख्यमंत्री को लेकर चर्चाएं जोरों पर हैं। जानकारी केअनुसार, बीजेपी ने इस पद के लिए प्रवेश वर्मा के नाम पर सहमति बना ली है। सोमवार यानी 10 फरवरी को दावा किया गया कि प्रवेश वर्मा का नाम अब फाइनल हो चुका है।
अमित शाह से मुलाकात के बाद बढ़ी चर्चाएं
दिल्ली विधानसभा चुनाव में शानदार जीत के बाद, पार्टी ने नए मुख्यमंत्री के चयन को लेकर गंभीर प्रयास शुरू कर दिए थे। इस कड़ी में पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने 9 फरवरी को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। इसके अलावा 8 फरवरी को बीजेपी मुख्यालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वरिष्ठ नेताओं ने इस मुद्दे पर गहन विचार-विमर्श किया था।
मुख्यमंत्री पद के लिए कई संभावित चेहरे
बीजेपी ने दिल्ली चुनावों में हर क्षेत्र और समुदाय में प्रभावशाली बढ़त हासिल की है, जिससे मुख्यमंत्री पद के लिए उम्मीदवारों की लंबी सूची बन गई है। राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि पार्टी अपने चुनावी फैसलों को बड़े राजनीतिक संदेश के रूप में देखती है, और दिल्ली में भी ऐसा ही कुछ देखने को मिल सकता है।
बीजेपी के भीतर कई नेताओं की चर्चा
दिल्ली के अगले मुख्यमंत्री के रूप में कई प्रमुख चेहरे चर्चा में हैं। जाट समुदाय के नेता प्रवेश वर्मा, जिन्होंने आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल को हराया। इनके अलावा सतीश उपाध्याय, विजेंद्र गुप्ता, आशीष सूद और पवन शर्मा जैसे संगठन के अनुभवी नेताओं के नाम भी सामने आ रहे हैं। हालांकि, बीजेपी का इतिहास ऐसे नेताओं को आगे बढ़ाने का रहा है जिनकी पहले बहुत चर्चा नहीं होती।
बीजेपी के एक नेता ने मीडिया को बताया कि, पार्टी का शीर्ष नेतृत्व, राजनीतिक समीकरणों के आधार पर, पूर्वांचल की पृष्ठभूमि वाले किसी विधायक, सिख या महिला उम्मीदवार पर भी विचार कर सकता है। उन्होंने उदाहरण दिया कि 2023 में मध्यप्रदेश, राजस्थान और पिछले साल ओडिशा में पार्टी ने ऐसे नेताओं को चुना था, जिनकी उम्मीद नहीं थी, जिससे राजनीतिक विश्लेषकों को चौंका दिया था।
नए चेहरे को लेकर बनी अनिश्चितता
भाजपा नेता ने यह भी कहा, "आप कभी नहीं जानते, राष्ट्रीय नेतृत्व एक नया चेहरा भी ला सकता है, जो इस पद के लिए उपयुक्त हो और दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में अपने कर्तव्यों को बखूबी निभा सके।"
पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व पर निर्भर निर्णय
बीजेपी की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि मुख्यमंत्री के चयन का अंतिम निर्णय पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व ही लेगा। उन्होंने यह भी कहा कि सभी नवनिर्वाचित विधायक अपनी जिम्मेदारियों को निभाने में सक्षम हैं।