महाराष्ट्र में राज ठाकरे (Raj Thackeray) की पार्टी एमएनएस ने विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने का फैसला किया है. राज ठाकरे की पार्टी एमएनएस ने 250 सीटों पर लड़ने की तैयारी शुरू कर दी है. इसी कड़ी में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने मुंबई में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की. इस बैठक में राज ठाकरे ने पार्टी कार्यकर्ताओं से खुद को न सिर्फ चुनाव की तैयारियों में झोंक देने को कहा है बल्कि पार्टी के अपने दम पर चुनाव लड़ने का फैसला लिया है.
माना जा रहा था कि, विधानसभा चुनाव में राज ठाकरे का गठबंधन एनडीए से हो सकता है. लेकिन लोकसभा चुनाव में एनडीए को उतनी सफलता नहीं मिली जिसके बाद राज ठाकरे ने विधानसभा चुनाव में रास्ता अलग करने का मन बना लिया है. वहीं इस पर शरद पवार गुट के नेता जितेंद्र अव्हाड ने कहा कि राज ठाकरे कैलकुलेशन करके नहीं बोलते हैं.
उन्होंने कहा कि, वह क्या करेंगे, वह उनके परिवार को ही नहीं पता होता. वह अपनी भूमिका बदलते रहते हैं और उन्हें एक विचारधार पर चलने की आदत नहीं हैं. जितेंद्र अव्हाड ने आगे कहा, ''राज ठाकरे कब भूमिका बदलेंगे, ये तो उनके घर के लोग भी नहीं बता सकते. फिर हम कैसे बताएंगे. उनकी एक भूमिका एक साल रही है.
जितेंद्र अव्हाड ने आगे कहा, ''1997 में एक भूमिका ली, 98 तक रही, 1998 के छठवें महीने में भूमिका बदल दी. भूमिका बदलना उनका शौक है. वह बहुत शौकीन हैं. फिल्में बहुत देखते हैं. दीवार पिक्चर के अमिताभ बच्चन का रोल, शोले का रोल, कालिया का रोल वह सब रोल करते हैं. उनको आदत सी हो गई है.''
जितेंद्र अव्हाड ने कहा, ''राज ठाकरे का कोई भी स्टेटमेंट बिना कैलकुलेशन के होता है. जो व्यक्ति 10 भूमिका बदल सकता है वह 10 बयान बदल सकता है. एक विचारधारा पर चलने की उन्हें आदत नहीं है. यह उनके स्वभाव में नहीं. जितेंद्र अव्हाड ने कहा, ''हमको भी अच्छा लगता दोनों भाई साथ आते. अच्छी बातें करते. दादर से आकर बांद्रा आकर मिल लेंगे तो अच्छा लगेगा.''
वहीं शिवसेना-यूबीटी के नेता आनंद दुबे ने राज ठाकरे की घोषणा पर कहा, ''एमएनएस की बैठक में राज ठाकरे ने 'एकला चलो रे' का नारा देते हुए 225 से 250 सीटों पर उम्मीदवार उतारने की मंशा साफ़ की है. लेकिन लोकसभा में एमएनएस एनडीए को बिना शर्त समर्थन दिया, कभी एक भी सीट पर नहीं लड़े, अभी 250 सीटों पर लड़ने की बात कर रहे हैं. हर चुनाव में इनकी भूमिका बदलती है. इसलिए सवाल खड़ा हो रहा है की राज ठाकरे आखिर कहना की चाह रहे हैं.''