झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में एक शर्मनाक और खतरनाक साजिश सामने आई है, जहां मनोहरपुर प्रखंड के महतो टोला में एक परिवार को जबरन धर्म बदलने के लिए धमकाया जा रहा है। इस परिवार पर न केवल मानसिक दबाव डाला जा रहा है, बल्कि खुलेआम धमकियां दी जा रही हैं कि अगर उन्होंने धर्म नहीं बदला, तो अंजाम भुगतने को तैयार रहें।
परिवार का साफ कहना है कि वे अपने पूर्वजों की आस्था और परंपरा से जुड़े रहना चाहते हैं। लेकिन कुछ कट्टरपंथी और स्वार्थी तत्व उन्हें बहला-फुसलाकर और डरा-धमकाकर धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर कर रहे हैं। हालात इतने गंभीर हो गए हैं कि परिवार का एक बेटा इन षड्यंत्रकारियों के झांसे में आकर अपना धर्म पहले ही बदल चुका है।
रविवार (13 अप्रैल 2025) को इस मामले की भनक पुलिस मुख्यालय को लग चुकी है। तुरंत कार्रवाई करते हुए चाईबासा के एसपी आशुतोष शेखर को जांच का आदेश दिया गया है। पुलिस ने इस पूरी घटना की रिपोर्ट तैयार की है और इस साजिश के पीछे कौन लोग हैं, इसकी तह तक जाने की कोशिश जारी है।
प्रशासन से सवाल: कब तक चुप बैठे रहेंगे?
धार्मिक आज़ादी के नाम पर जबरन धर्मांतरण कराना कानून के साथ खुला मज़ाक है। अब समय आ गया है कि ऐसे तत्वों पर सख्त कार्रवाई हो। क्या राज्य प्रशासन सिर्फ कागजी कार्रवाई करके अपने कर्तव्यों से बच निकलेगा, या फिर ऐसे षड्यंत्रकारियों को सबक सिखाएगा?
यह कोई साधारण मामला नहीं, यह हमारे समाज की जड़ों को हिलाने की कोशिश है। अगर आज चुप रहे, तो कल न जाने कितने और परिवार ऐसे ही दबाव और भय में जीने को मजबूर होंगे।