जम्मू और कश्मीर एनसीसी निदेशालय की एक नई पहल के तहत 100 एनसीसी कैडेट्स और 50 पर्यवेक्षक स्टाफ को "साइबर फर्स्ट रिस्पॉन्डर प्रोग्राम" पर प्रमाणन प्रदान किया गया। यह कार्यक्रम संयुक्त सेवा संस्थान, नई दिल्ली (यूएसआई) और साइबरपीस कॉर्प्स, एक नामांकित साइबर केंद्र ऑफ एक्सीलेंस के सहयोग से आयोजित किया गया था। तीन दिन तक चले इस कार्यक्रम का समापन आज हुआ, जिसमें गहन अध्ययन, संवाद और अभ्यास के माध्यम से कैडेट्स को साइबर सुरक्षा के महत्वपूर्ण पहलुओं से परिचित कराया गया।
कार्यशाला का आयोजन और विशेषज्ञों द्वारा मार्गदर्शन
यह कार्यशाला पीएसपीएस जीसीडब्ल्यू गांधीनगर में आयोजित की गई, जिसमें विशेषज्ञ ट्रेनर्स श्री दीपक यादव और श्री मोहनदीर गोस्वामी ने प्रशिक्षण दिया। दोनों ही प्रशिक्षक साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में अत्यधिक अनुभव रखते हैं और साइबरपीस कॉर्प्स के मास्टर ट्रेनर्स हैं। कार्यशाला में विचारशील व्याख्यान, व्यावहारिक प्रदर्शन और इंटरएक्टिव प्रश्नोत्तर सत्रों के माध्यम से डिजिटल दुनिया में सुरक्षित और सही तरीके से नेविगेट करने की महत्वपूर्ण जानकारी दी गई।
कैडेट्स को दी गई डिजिटल सुरक्षा के टिप्स
कार्यशाला में कैडेट्स को कई महत्वपूर्ण विषयों से परिचित कराया गया। इनमें डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन एक्ट 2023, नकली समाचार की पहचान कैसे करें, गूगल और सोशल मीडिया अकाउंट्स की सुरक्षा, और डेटा उल्लंघन की रिपोर्टिंग के लिए उपलब्ध आधिकारिक वेबसाइट्स शामिल थे। एनसीसी निदेशालय के अतिरिक्त निदेशक जनरल मेजर जनरल अनुपिंदर बेवली, वीएसएम ने प्रशिक्षण सत्र के दौरान कैडेट्स, पीआई स्टाफ और मास्टर ट्रेनर्स से बातचीत की और उन्हें इंटरनेट की वास्तविकता को समझने और सुरक्षित ब्राउज़िंग आदतों को अपनाने के लिए प्रेरित किया।
साइबर फर्स्ट रिस्पॉन्डर कार्यक्रम का उद्देश्य
"साइबर फर्स्ट रिस्पॉन्डर प्रोग्राम" का मुख्य उद्देश्य एनसीसी के युवा कैडेट्स और प्रशिक्षकों को साइबर सुरक्षा के बुनियादी ज्ञान से लैस करना है ताकि वे सुरक्षित डिजिटल प्रथाओं के प्रति जागरूक हो सकें और साइबर खतरों से निपटने के लिए तैयार हो सकें। इस कार्यक्रम के तहत चयनित कैडेट्स को साइबर एंबेसडर के रूप में कार्य करने के लिए तैयार किया जाएगा, जो कमजोर वर्गों की रक्षा करेंगे, अनजान लोगों को जागरूक करेंगे और साइबर खतरों के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
समापन सत्र और पुरस्कार वितरण
कार्यशाला के समापन पर एक प्रश्नोत्तर सत्र आयोजित किया गया, जिसमें उपस्थितों द्वारा सीखी गई जानकारी की जाँच की गई। इसके बाद, एनसीसी जम्मू और कश्मीर एवं लद्दाख निदेशालय के अतिरिक्त निदेशक जनरल मेजर जनरल अनुपिंदर बेवली, वीएसएम ने प्रशिक्षकों को सम्मानित किया। कार्यक्रम का समापन ब्रिगेडियर पीएस चीमा, एसएम, वीएसएम, समूह कमांडर, एनसीसी ग्रुप मुख्यालय जम्मू द्वारा संबोधन के साथ हुआ।