यूपी के कुशीनगर जिला में विशुनपुरा के बांसगांव खास में एक हिंदू परिवार ने कट्टरपंथी मुसलमानों द्वारा प्रताड़ना से तंग आकर अपने घर पर मकान बेचने और पलायन करने का पोस्टर चिपकाया, जिसके बाद गांव में सनसनी फैल गई।
शुक्रवार को यह पोस्टर इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे मामला संवेदनशील हो गया। हालात को देखते हुए पुलिस तुरंत हरकत में आई और देर शाम दोनों पक्षों के बीच समझौता कराने का दावा किया।
नाली के पानी को लेकर विवाद
गांव के सच्चिदानंद पांडेय के दरवाजे के पास ग्राम पंचायत की ओर से नाली का निर्माण हो रहा था। दस दिन पहले प्रधान प्रतिनिधि जैनुद्दीन अंसारी ने नाली का पानी पांडेय की काश्तकारी भूमि की ओर मोड़ने की योजना बनाई। इस पर पांडेय और उनके परिवार ने विरोध किया, लेकिन प्रधान प्रतिनिधि की ओर से धमकी मिली।
पांडेय परिवार ने इस मुद्दे की शिकायत थाने और तहसील अधिकारियों से की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। थक-हारकर उन्होंने अपनी भूमि की रक्षा के लिए काश्तकारी भूमि पर झोपड़ी डालने का निर्णय लिया। प्रधान प्रतिनिधि ने पुलिस में शिकायत कर 112 नंबर पर सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने झोपड़ी डालने से रोक दिया। इसके बाद दुसरे पक्ष से धमकियां मिलने पर पांडेय परिवार ने अपने घर पर पलायन का पोस्टर लगा दिया।
"कट्टरपंथी मुसलमानों के अत्याचार से तंग आकर पलायन"
पोस्टर में लिखा गया कि "मुस्लिम समुदाय के अत्याचारों से परेशान होकर परिवार अपनी संपत्ति बेचने और गांव छोड़ने के लिए मजबूर है।" यह पोस्टर इंटरनेट मीडिया पर वायरल होते ही मामला गंभीर हो गया, जिसके बाद एसएचओ रामसहाय चौहान गांव पहुंचे और प्रधान प्रतिनिधि तथा पांडेय परिवार के बीच समझौता कराया।
कूड़ा रखने का विवाद
सच्चिदानंद पांडेय के पड़ोस में दुसरे समुदाय का परिवार रहता है, जो कथित रूप से अपने घर का कूड़ा-करकट पांडेय के दरवाजे पर रखता था। जब पांडेय परिवार इसका विरोध करता, तो विवाद और मारपीट की स्थिति बन जाती। इस वजह से पांडेय परिवार पहले से ही तनाव में था, जिस पर भूमि के मामले ने आग में घी का काम किया।
"गांव में शांति कायम": एएसपी
एएसपी रितेश कुमार सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच विवाद का समाधान करा दिया गया है और गांव में शांति व्यवस्था कायम है। हालांकि, परिवार ने पलायन का पोस्टर जरूर लगाया था, लेकिन पुलिस के हस्तक्षेप से मामला सुलझा लिया गया है।