इनपुट-अंशुमान दुबे, लखनऊ
मण्डलायुक्त डॉ0 रोशन जैकब अध्यक्षता में जनपद के 100 बेड से अधिक क्षमता वाले निजी एवं सरकारी अस्पतालों की फायर सेफ्टी, विद्युत सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं से संबंधित व्यवस्थाओं की गहन समीक्षा बैठक आयुक्त कार्यकक्ष में आहुत हुई। बैठक में संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी, अस्पतालों के प्रतिनिधि तथा स्वास्थ्य, अग्निशमन एवं विद्युत सुरक्षा विभाग के अधिकारीगण उपस्थित रहे।
बैठक का मुख्य उद्देश्य अस्पतालों में मरीजों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए सभी प्रकार की आपातकालीन व्यवस्थाओं की स्थिति का मूल्यांकन करना और आवश्यक सुधारात्मक निर्देश देना था। मण्डलायुक्त ने स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रत्येक अस्पताल में अग्निशमन यंत्र, फायर अलार्म सिस्टम, स्मोक एक्सट्रैक्टर, फायर एक्सटिंग्विशर, आपातकालीन निकासी मार्ग के साथ वैकल्पिक निकासी मार्ग आदि मानक के अनुरूप होने चाहिए। उन्होंने निर्देशित किया कि अस्पतालों में समय-समय पर मॉक ड्रिल कराना अनिवार्य किया जाए।
बिजली की सुरक्षा को लेकर मण्डलायुक्त ने निर्देशित किया कि अस्पतालों में सभी विद्युत उपकरणों की नियमित जांच होनी चाहिए तथा ओवरलोडिंग की स्थिति से बचाव के लिए सर्किट ब्रेकर एवं ट्रांसफार्मर की क्षमता का आकलन कर आवश्यकतानुसार सुधार किए जाएं। स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया गया कि अस्पतालों में न्यूनतम मानव संसाधन, स्वच्छता, जीवन रक्षक उपकरण, औषधियां आदि की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। मरीजों को समय पर गुणवत्तापूर्ण सेवा मिले, इसके लिए नियमित निरीक्षण किए जाएं।
मण्डलायुक्त द्वारा सभी अस्पतालों को फायर सेफ्टी और विद्युत सुरक्षा का वैध प्रमाण पत्र रखने के निर्देश दिए गए। साथ ही बिना प्रमाणपत्र के संचालन कर रहे अस्पतालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। बैठक के अंत में मण्डलायुक्त ने कहा कि "मरीजों की सुरक्षा सर्वोपरि है और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सभी अस्पताल प्रशासन को अपने स्तर से पूर्ण सावधानी एवं सुरक्षा के उपाय सुनिश्चित करने होंगे। बैठक में एडी स्वास्थ्य, मुख्य चिकित्साधिकारी, सीएफओ, डीडी विद्युत, अस्पतालों के प्रतिनिधि सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।