गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (GSL) द्वारा भारतीय तट रक्षक (ICG) के लिए स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित दो तेज़ गश्ती पोतों (FPVs)- अमूल्य और अक्षय- का रविवार को जलावतरण किया गया। इस अवसर पर रक्षा उत्पादन सचिव संजीव कुमार उपस्थित थे। ये दो पोत GSL द्वारा ICG के लिए निर्मित आठ तेज़ गश्ती पोतों में तीसरे और चौथे पोत हैं, जो स्वदेशी रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान का प्रतीक हैं।
रक्षा उत्पादन सचिव का संबोधन
रक्षा उत्पादन सचिव संजीव कुमार ने इस अवसर पर भारतीय तट रक्षक और GSL के बीच दीर्घकालिक सहयोग की सराहना की। उन्होंने कहा कि इन पोतों का जलावतरण GSL की सहनशीलता और नवीनता का उदाहरण है, जिसे भारतीय उद्योग के साथ मिलकर हासिल किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि इन पोतों में स्वदेशी सामग्री का उच्चतम स्तर ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल का गर्वपूर्ण प्रतिबिंब है।
GSL के CMD का संबोधन
GSL के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, बृजेश कुमार उपाध्याय ने शिपयार्ड की उल्लेखनीय वृद्धि को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि GSL की सकल राजस्व में 100% की वृद्धि हुई है, और यह अब 2,000 करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर चुका है। इस अवसर पर ICG, GSL के वरिष्ठ अधिकारी और रक्षा और समुद्री समुदाय के प्रमुख हितधारक मौजूद थे।
प्रोजेक्ट की विशेषताएँ
इन तेज़ गश्ती पोतों का निर्माण अक्टूबर 2024 में लॉन्च हुए पहले दो पोतों - आद्यम्य और अक्षर - की श्रृंखला का हिस्सा है। यह परियोजना मार्च 2022 में 473 करोड़ रुपये के अनुबंध के तहत शुरू की गई थी। इन पोतों में 60% से अधिक स्वदेशी सामग्री का उपयोग किया गया है, और इन्हें ICG की विशेष परिचालन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए GSL द्वारा इन-हाउस डिज़ाइन किया गया है। इन पोतों की लंबाई 52 मीटर और विस्थापन 320 टन है, जो ICG की तटीय और द्वीप क्षेत्रों की सुरक्षा को मजबूत करेगा। इनका मुख्य कार्य मछली पकड़ने की सुरक्षा, द्वीप क्षेत्रों की निगरानी और तटीय गश्ती है। ये पोत तस्करी, समुद्री डकैती और खोज व बचाव कार्यों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
GSL की आधुनिकता और देश में पहली बार तकनीकी उपलब्धि
GSL की इतिहास में पहली बार, इन पोतों का एक साथ जलावतरण किया गया, जो शिपयार्ड के अत्याधुनिक शिप-लिफ्ट सिस्टम का उपयोग कर संभव हुआ। यह उपलब्धि GSL की आधुनिकीकरण दिशा की पुष्टि करती है। इसके अलावा, यह भारत में पहला अवसर है जब एक तेज़ गश्ती पोत को नियंत्रित पिच प्रोपेलर के साथ निर्मित किया गया है।
स्थानीय आर्थिक समृद्धि में योगदान
यह परियोजना GSL और इसके सहायक स्थानीय उद्योगों के लिए एक महत्वपूर्ण योगदान है, क्योंकि इससे रोजगार सृजन और MSME क्षेत्र में विकास को बढ़ावा मिलता है। GSL के साथ जुड़ी स्थानीय औद्योगिक गतिविधियाँ क्षेत्रीय आर्थिक समृद्धि में मदद करती हैं।