गणेश उत्सव की समाप्ति के बाद विसर्जन के दौरान महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले के जलगांव जामोद में जिहादियों ने आतंक फैलाने के लिए पत्थरबाजी की। जलगांव जमोद शहर के संत रुपलाल गणेश मंडल के युवक गणेश विसर्जन के लिए जुलूस निकाल रहे थे।
हिन्दुओं का जुलूस जैसे ही वायलीवेस में मेन रोड के पास स्थित एक मस्जिद के सामने से गुजरने लगा तभी कट्टरपंथियों ने हिंदुओं को निशान बनाते हुए पत्थरों से हमला कर दिया। जिहादियों ने मस्जिद और उसके आस पास के घरों की छत पर बड़ी संख्या में खड़े हो कर हिंदुओं के जुलूस पर जमकर पत्थरबाजी शुरू कर दी। जिसमें कई हिन्दू घायल हो गए।
बंद का ऐलान
जिहादियों द्वारा पत्थरबाजी की घटना के बाद जिम्मेदार अराजक तत्वों गिरफ्तारी की शांतिपूर्ण तरीके से मांग करनेवाले गणेश भक्तों पर पुलिस ने भी जुल्म ढाया। पुलिस ने दोषियों पर कार्रवाई करने के बदले हिंदुओं पर ही लाठी और डंडे बरसा दिया। लाठी चार्ज में कई लोगों को सिर पर गंभीर चोटे आयी है। पुलिस के लाठी डंडों से एक व्यक्ति का पैर भी टूट गया है।
बात दें कि, सांप्रदायिक हिंसा और पुलिस की अनैतिक कार्रवाई के विरोध में हिन्दुओं ने आज जलगांव शहर बंद का आह्वान किया है। जलगांव जामोद में गणपति के विसर्जन जुलूस के दौरान पथराव की घटना हुई। इससे शहर में तनाव पैदा हो गया है। इलाके में पुलिस की सख्त तैनाती है और स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है। हालांकि, विसर्जन जुलूस अभी भी पूरा नहीं हुआ है।
अभी भी नहीं हुआ विसर्जन
18 गणेश मंडलों ने स्टैंड ले लिया है कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होगी तब तक वे विसर्जन नहीं करेंगे। इसलिए गणेश प्रतिमा का विसर्जन नहीं किया गया है। बात दें कि, बुलढाणा के जलगांव जामोद में विसर्जन जुलूस के दौरान जिहादियों की झुंड ने हिंदुओं पर पथराव कर दिया, इससे तनाव इतना बढ़ गया।