झारखंड विधानसभा से बीजेपी के 18 विधायकों को निलंबित किए जाने के बाद राज्य की सियासत गरमा गई है. वहीं इस बीच झारखण्ड के पूर्व सीएम और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने पार्टी के विधायकों को निलंबित किए करने पर राज्य की हेमंत सोरेन सरकार को निशाने पर लिया है.
बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार के विरोध मे उतर रहे बेरोजगारों, नौजवानों से मुख्यमंत्री सोरेन की कुर्सी हिल रही है और इसी से परेशान राज्य सरकार लाठी चार्ज करा रही है.
पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, ''जनता के इस ज्वलंत मुद्दे को विधानसभा में बीजेपी विधायकों द्वारा उठाने पर बहस और जवाब देने के बजाय उनको निलंबित किया जा रहा है. ऐसा नहीं चलेगा भले ही सदन मे आपकी विधायकों क़ी संख्या ज्यादा है लेकिन बीजेपी के पास जनसमर्थन ज्यादा है. आप जैसा चाहेंगे वैसा नहीं चलेगा''.
बाबूलाल मरांडी ने कहा, ''विधानसभा चुनाव निकट है और बीजेपी इसके लिए बिल्कुल तैयार है. बस चुनाव आयोग के घोषणा का इंतजार है. बीजेपी क़ी गठबंधन पार्टी विधानसभा चुनाव में झारखण्ड के सभी 81 सीटों मे चुनाव लड़कर बहुमत क़ी सरकार बनाएगी.''
उन्होंने दावा करते हुए आगे कहा कि लोकसभा चुनाव में 81 विधानसभा सीटों में से 51 सीटों पर अपनी बढ़त बनाई हुई थी. आने वाले विधानसभा चुनाव में इन सीटों को बढ़त बनाये रखने के साथ शेष बचे सीटों पर विजयी हासिल करने की रणनीति बना रही है. आज इसको लेकर दुमका परिसदन मे संथाल परगना के तीन जिलों दुमका, जामताड़ा और देवघर के कार्यकर्ताओ और पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक क़ी.
उन्होंने कहा कि सरकार अपने पांच साल क़ा कार्यकाल पूरा करने वाली है लेकिन हेमंत सरकार की ओर से क़ी गई घोषणा अबतक पूरी नहीं क़ी गई. उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार ने चुनाव में नौजवानों, बेरोजगारों और गरीब लोगों को कई सपने घोषणा पत्र के जरिए दिखाया.
उन्होंने कहा कि सरकार ने ढाई हजार रुपया पेंशन, साल मे 72 हज़ार रुपया, ग्रीन कार्ड पर राशन उपलब्ध कराने घोषणा के साथ झारखण्ड के स्थानीय बेरोजगारों को निजी औद्योगिक क्षेत्र मे 75 फीसदी नौकरी की हवाहवाई घोषणा क़ी थी, जो अब पांच साल के बाद पूरी नहीं हुई. पिछले नगर पालिका क्षेत्र में 28 ऑफिसर क़ी नियुक्ति में 17 पात्र झारखंड के बाहर के लिए गये हैं.