वक्फ संशोधन बिल अब राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद कानून बन गया है, लेकिन देश में इसको लेकर राजनीति चरम पर है. वहीं इसी कड़ी में तेजस्वी यादव के “अगर बिहार में हमारी सरकार बनी तो इस बिल को कूड़ेदान में फेंक दिया जाएगा. वक्फ की लड़ाई सदन, सड़क और कोर्ट तक जाएगी”, वाले बयान पर उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने पलटवार किया है.
बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि, तेजस्वी यादव उसी पिता के पुत्र हैं, जिन्होंने कहा था कि मेरी लाश पर बिहार बंटेगा, लेकिन सत्ता के लालच और तुष्टिकरण में सबसे पहले आगे बढ़कर केंद्र सरकार के निर्णय को उन्होंने दौड़कर अपनाया था. उनकी कथनी और करनी में कोई समानता नहीं है. ऐसी मानसिकता के लोग सत्ता के लालच में कोई भी समझौता कर सकते हैं.
वहीं बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने भी इससे पहले कहा कि वक्फ बोर्ड के कामकाज में काफी सुधार की जरूरत है और संसद द्वारा वक्फ (संशोधन) विधेयक पारित करने से यह संभव हो पाएगा. यहां एक समारोह के इतर पत्रकारों से बात करते हुए खान ने कहा कि पटना में कई वक्फ बोर्ड हैं, लेकिन उनमें से कोई भी अनाथालय या अस्पताल का संचालन नहीं करता है.
खान ने कहा, ‘‘वक्फ बोर्ड के कामकाज में काफी सुधार की जरूरत है. संसद के दोनों सदनों से पारित वक्फ (संशोधन) विधेयक इस दिशा में एक ठोस कदम है.’’ राज्यपाल ने कहा, ‘‘ऐसा कहा जाता है कि वक्फ की संपत्ति अल्लाह की है, लेकिन इसके विपरीत बोर्ड के लोग मुकदमे लड़ने में व्यस्त हैं.’’ खान ने दावा किया कि बोर्ड के सदस्यों के रिश्तेदार वक्फ संपत्तियों का लाभ उठा रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘यह गैर-इस्लामी है.’’