इनपुट-अंशुमान दुबे, लखनऊ
सांसद खेल महाकुंभ-2025 की भव्य तैयारियों की समीक्षा हेतु आज केडी सिंह बाबू स्टेडियम सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता जिलाधिकारी विशाख जी0 ने की।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व, अपर जिलाधिकारी ट्रांस गोमती, अपर जिलाधिकारी नागरिक आपूर्ति, अपर जिलाधिकारी भू आ द्वितीय, डीसीपी ट्रैफिक, अपर नगर आयुक्त, समस्त विद्यालय/कॉलेजों /शिक्षण संस्थानों के पदाधिकारियों समेत अनेक वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। खेलों का यह महाकुंभ माननीय रक्षा मंत्री एवं सांसद लखनऊ राजनाथ सिंह की प्रेरणा से आयोजित हो रहा है, जो युवाओं में खेल भावना, अनुशासन, ऊर्जा और नेतृत्व कौशल को बढ़ावा देने का एक प्रयास है।
खेल महाकुंभ-2025 का आयोजन 19 अप्रैल से 22 अप्रैल 2025 तक के.डी. सिंह बाबू स्टेडियम में किया जाएगा। उद्घाटन समारोह 19 अप्रैल को प्रातः 9:30 बजे आयोजित होगा, जिसमें ऊर्जा, जोश और उत्साह का संचार देखने योग्य होगा। जूनियर और सीनियर वर्गों में महिला और पुरुष दोनों अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। विकलांग खिलाड़ियों के लिए भी अलग से प्रतियोगिताएं आयोजित किया जाएगा। लगभग 2400 खिलाड़ी जनपद स्तर पर अपनी कला और शक्ति का प्रदर्शन करेंगे। पारंपरिक खेलों जैसे मलखम्ब, कलारीपयट्टू और योग का प्रदर्शन भी होगा, जो हमारी सांस्कृतिक विरासत को सजीव करेगा।
जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि स्टेडियम में छाया हेतु टेंट, पेयजल, चिकित्सा टीम, एम्बुलेंस, फायर टेंडर सहित सभी सुविधाओं की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने बताया कि आयोजन का प्रचार-प्रसार एफएम रेडियो और होर्डिंग्स के माध्यम से किया जाएगा। साथ ही ट्रैफिक व्यवस्था, सुरक्षा और साज-सज्जा पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। जिलाधिकारी द्वारा उपस्थित सभी संस्थानों के पदाधिकारियों को बताया गया कि आयोजन के दिन सभी प्रतिभागी छात्र छात्राएं प्रातः 8 बजे तक कार्यक्रम स्थल पर पहुंचाना सुनिश्चित करे। सभी संस्थान यह भी सुनिश्चित करे कि प्रातः 8 बजे तक उनके छात्र छात्राएं उनको आवंटित दीर्घा में बैठ गए है या नहीं। जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि संस्थानों को दीर्घा और पार्किंग स्थलों का आवंटन करने में सुगमता रहे इस हेतु माइक्रो मैनेजमेंट प्लान बनाया गया है। जिसमें किस गेट से एंट्री -एक्जिट, कौन सी दीर्घा में बैठना है और पार्किंग स्थल कहां है इसका मैप भी संस्थानों को उपलब्ध कराया गया है।