बिहार के मधुबनी जाले में 20 मई को पांचवें चरण के चुनाव हुए थे. इस दौरान वोगस वोट गिराने को लेकर चार लोगों को हिरासत में लिया गया था. लेकिन अब अचानक से देर रात थाने में 140 से ज्यादा युवको ने हमला बोल दिया और हिरासत में लिए गए तीन महिला और एक युवक को छुड़ा कर साथ ले गए. अब इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी जगनाथ रेड्डी के निर्देश पर 24 नामजद और 130 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.
फर्जी वोटिंग के चारों आरोपियों को छुड़ा लाई भीड़
दरअसल, 20 मई की रात करीब 10:30 बजे 130 लोगों की भीड़ ने जाले थाने पर हमला पर फर्जी वोट डालने के आरोप में एक युवक और तीन युवतियों को गिरफ्तार किया था. क्योंकि ये लोद बुर्का पहनकर फर्जी वोटिंग कर रहे थे. इनका नाम सनाउल्ला ,सादिया शेख ,सालेहा फातिमा और जीनत परवीन, सभी निवासी देवरा बंधौली के रहने वाले है, सभी दरभंगा को फर्जी वोटिंग करते हुए पकड़े गए थे. सेक्टर पदाधिकारी निर्भय कुमार ने चारों को पुलिस को सौंप दिया था.
पुलिस ने एफआईआर दर्ज की
अब मुस्लिमों की भीड़ ने छोड़ने की मांग कर हंगामा करने लगे. लोगों ने हंगामा के साथ नारेबाजी और पुलिस के साथ धक्का-मुक्की के साथ दुर्व्यवहार करते हुए अपने साथ चारों को अपने साथ लेकर निकल गए. वहीं घटना के बाद जाले थानाध्यक्ष विपिन बिहारी के बयान पर एफआईआर दर्ज की गई है. जिसमें 24 ज्ञात एवं 130 अज्ञात को आरोपी बनाया गया है.
वहीं घटना के बाद एसएसपी जगुनाथ रेड्डी जला रेड्डी ने मंगलवार को थाना पहुंचकर घटना की जांच पड़ताल की. वहीं उन्होंने कहा कि असामाजिक तत्वों को चिह्नित कर कार्रवाई करने के लिए नगर पुलिस अधीक्षक शुभ आर्य के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया है. वहीं उन्होंने कहा कि सीसीटीवी फुटेज के आधार उपद्रवियों को चिह्नित कर कारवाई चल रही है. इस मामले से जुड़ा एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें भीड़ ने थाने पर हमला बोला.