हाथरस घटना को लेकर विपक्ष लगातार सवाल खड़े कर रहा है. वहीं इस बीच सिकंदराराऊ से बीजेपी विधायक वीरेंद्र सिंह राणा ने अपने उपर लग रहे आरोपों पर कहा कि ये सच है कि इस आयोजन के लिए अनुमति ली गई थी. लेकिन जितने लोगों के लिए परमिशन ली गई थी उससे ज्यादा लोग उस कार्यक्रम में आए थे.
उन्होंने कहा कि हमने इस कार्यक्रम के लिए किसी भी प्रशासनिक अधिकारी को कोई चिट्ठी नहीं लिखी थी. ये सब सपा और बसपा के लोग झूठ फैला रहे हैं. अगर मैंने कोई चिट्ठी लिखी है और वो किसी के पास है तो उसे सार्वजनिक करें.
बीजेपी विधायक ने बताया कि ये सच है कि हमें इस कार्यक्रम का निमंत्रण मिला था लेकिन हम वहां जा नहीं पाए थे. राजनीतिक फायदे के लिए बाबा को बचाने के सवाल पर कहा कि फिलहाल इस मामले की जांच की जा रही है.
विधायक ने कहा कि पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है. हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई गई है. वो कमेटी भी इसकी जांच कर रही है. कोई भी दोषी नहीं बचेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.
उच्च अधिकारियों को इस घटना की सूचना देर से मिलने पर उन्होंने कहा कि इस बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है. लेकिन हां मैं इतना कह सकता हूं कि जो जिले के अधिकारी थे वो सब एक घंटे के भीतर घटना स्थल पर पहुंच गए थे.
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के बयान पर उन्होंने कहा कि वो विपक्ष में हैं इसलिए सरकार की आलोचना कर रहे हैं. लेकिन मैं इतना कह सकता हूं कि सरकार अपने स्तर से हर तरह के कदम उठा रही है. जिससे की पीड़ितों को राहत पहुंचाई जा सके.
बीजेपी विधायक ने कहा कि मुख्य आरोपी पर पुलिस ने 1 लाख का इनाम घोषित किया है. उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही है. मुझे उम्मीद है कि वो जल्द गिरफ्तार होगा.