चंडीगढ़ नगर निगम के मेयर चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। इस चुनाव में बीजेपी की हरप्रीत कौर बबला ने जीत दर्ज की है। हालांकि, इस चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के कुछ पार्षदों ने क्रॉस वोटिंग की, जिससे बीजेपी को बहुमत हासिल हुआ और उनका उम्मीदवार मेयर चुना गया।
बीजेपी को मिली बहुमत
बीजेपी के उम्मीदवार हरप्रीत कौर बबला को कुल 19 वोट मिले, जो बहुमत का आंकड़ा है। इस चुनाव में कुल 36 वोट पड़े थे, जिसमें बीजेपी के 16 पार्षदों ने वोट डाले। इसके बावजूद आप और कांग्रेस के तीन पार्षदों ने क्रॉस वोटिंग की, जिससे बीजेपी को लाभ हुआ। चंडीगढ़ नगर निगम में आम आदमी पार्टी के 13 और कांग्रेस के 6 पार्षद हैं, जबकि सदन में कुल 35 पार्षद थे। इसके अलावा, चंडीगढ़ के सांसद मनीष तिवारी का भी एक वोट था।
आप ने प्रेम लता को मैदान में उतारा था
चंडीगढ़ के मेयर चुनाव में आम आदमी पार्टी ने प्रेम लता को अपना उम्मीदवार बनाया था, जबकि उनकी प्रतिद्वंदी बीजेपी की हरप्रीत कौर बबला थीं। हालांकि, क्रॉस वोटिंग के कारण आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन के बावजूद बीजेपी ने चुनाव में जीत हासिल की।
पिछले साल भी हुआ था विवाद
पिछले साल भी चंडीगढ़ नगर निगम के मेयर चुनाव में विवाद हुआ था। चुनाव के दौरान चुनाव अधिकारी अनिल मसीह ने आप और कांग्रेस के आठ वोट रद्द कर दिए थे, जिसके बाद बीजेपी के उम्मीदवार की जीत हुई थी। यह मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा और 20 फरवरी 2024 को कोर्ट ने चुनाव अधिकारी के आचरण पर कड़ी टिप्पणी की और चुनाव परिणाम को पलट दिया। कोर्ट ने माना कि कुलदीप कुमार को मिले 8 वोट गलत तरीके से अमान्य करार दिए गए थे और उन्हें मेयर घोषित किया था।