झारखंड के देवघर में आज यानी रविवार को सुबह एक बड़ा हादसा हो गया। शहर के सीता होटल के समीप एक तीन मंजिला मकान सुबह 5 बजे के करीब ढह गया। बताया जा रहा है कि, मकान काफी पुराना था। हादसे में दो व्यक्ति की मौत हो गई है। वहीं कई लोगों के फंसे होने की आशंका है। मौके पर जिला प्रशासन, पुलिस, एनडीआरएफ, स्वास्थ्य विभाग, एम्बुलेंस और दमकल की गाड़ियां मौके पर मौजूद है।
National Disaster Response Force (एनडीआरएफ) की टीम पिछले कई घंटों से लोगों को मलबे से बाहर निकालने में जुटी है। एनडीआरएफ निरीक्षक रणधीर कुमार ने बताया कि बचाव कार्य में लगी एनडीआरएफ ने अब तक 7 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला है। अभी भी मलबे में 10 लोगों के फंसे होने की आशंका है।
रिनोवेशन का चल रहा था काम
22 जुलाई से बाबाधाम देवघर में श्रावणी मेला शुरू होने वाला है। ऐसे में स्थानीय लोग मेला की तैयारी में जुटे हैं। मकान मालिक सिताकांत झा के अनुसार, इस इमारत के ग्राउंड फ्लोर पर होटल खोलने की योजना के तहत इसका नवीनीकरण हो रहा था। काम कल से ही चल रहा था। इस दौरान दीवार और पीलर टूटने के कारण यह हादसा हुआ है। यहां पिछले दो दिनों से बारिश हो रही है। ऐसे में यह पुराना मकान संभल नहीं पाया और आज अचानक ढह गया।
एक की इलाज के दौरान मौत
मालिक सिताकांत झा ने बताया कि, हादसे में आधा मकान ढह गया है, यहां किरायेदार रहते थे। किरायेदार के साथ मकान मालिक के परिवार भी मलबे में फंसे हुए हैं। अब तक केवल मकान मालिक सहित 6 लोगों को निकाला गया है। वहीं इमारत से रेस्क्यू किए गए मनीष कुमार की सदर अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई है। वहीं दो लोग घायल हुए हैं। एनडीआरएफ द्वारा एक बच्चे को भी बचाया गया है।
जान बचाना प्राथमिकता
डीसी विशाल सागर ने कहा कि, घटना के कुछ देर बाद ही राहत कार्य शुरू हो गया था। बचाए गए लोगों को सदर अस्पताल भेजा जा रहा है। स्थानीय लोगों से जानकारी मिली है कि अंदर कुछ और लोग फंसे हैं. इसलिए बचाव अभियान अभी जारी है। जल्द से जल्द सभी को बाहर निकालने की हर संभव कोशिश की जा रही है। मकान पुराना था और फिर भी कुछ निर्माण कार्य शुरू किया गया था, शायद इसी के कारण यह हादसा हुआ।