पिछले 10 सितंबर 2024 को लाठीकाटा अंचल के बलानी पंचायत के नुआगांव गांव में एक मादा हाथी की मौत की सूचना स्थानीय वन कर्मचारियों को मिली। घटना की जानकारी मिलने के बाद, स्थानीय कर्मचारियों ने घटना स्थल पर पहुंचकर आवश्यक जांच-पड़ताल की और राउरकेला के डीएफओ, जशवंत सेठी को सूचित किया। इसके बाद, एसडीवीओ पानपोस और बीवीओ लाठीकाटा को पोस्टमॉर्टम के लिए अनुरोध किया गया।
जांच में यह पता चला कि घटना स्थल के नजदीक एक इटा भट्टा था, जिसके मालिक इम्तियाज आलम और मुंशी चंद्रमणी राणा ने चोरी से बिजली की तार लगाई थी। वह तार कई जगह से कटी हुई थी, और इसी कटी हुई तार के संपर्क में आने के कारण मादा हाथी की मृत्यु हुई। इस घटना में संलिप्त एक अभियुक्त मुंशी चंद्रमणि राणा को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि मालिक इम्तियाज आलम फरार है। गिरफ्तार अभियुक्त चंद्रमणि राणा को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
अब देखने वाली बात यह है कि बिजली विभाग इस तरह की चोरी के खिलाफ क्या कार्रवाई करता है और यह जानकारी उन्हें कैसे नहीं थी कि बिजली की चोरी हो रही थी।