महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शरद पवार पर हमला बोला. सीएम शिंदे ने कहा कि, मराठा समुदाय के समर्थन से जो शासक बने, वे मौका मिलने पर उनके साथ न्याय करने में विफल रहे. सीएम शिंदे ने राज्य सरकार की ‘लड़की बहिन’ और ‘लड़का भाऊ’ योजनाओं के आलोचकों पर भी निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग योजनाओं के क्रियान्वयन में बाधा उत्पन्न करने का प्रयास कर रहे हैं, वे ‘सौतेले भाई’ हैं.
बता दें कि सीएम एकनाथ शिंदे ने यह बयान तब दिया है जब एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार द्वारा ‘‘कोटा मुद्दे पर समुदायों के बीच दरार’’ को लेकर चिंता व्यक्त करने के बाद कही. मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा हम जो भी करते हैं, खुले तौर पर करते हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘यह महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार ही थी, जो मराठा समुदाय को आरक्षण देने के देवेंद्र फडणवीस सरकार के फैसले का उच्चतम न्यायालय में बचाव नहीं कर सकी. एमवीए में शिवसेना (यूबीटी), एनसीपी (एसपी) और कांग्रेस शामिल हैं.
शिंदे ने कहा कि उनकी सरकार ने ओबीसी समूहों के कोटे को प्रभावित किए बिना मराठा समुदाय को आरक्षण दिया. मुख्यमंत्री ने कहा जब हम फिर से सत्ता में आए, तो हमने आरक्षण दिया. हमने अतिरिक्त पद भी सृजित किए और आरक्षण के लाभ के लिए पात्र लोगों को नौकरियां दीं.
वहीं उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली एमवीए सरकार पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा, जो पहले सत्ता में थे, वे नीति को लागू करने से डरते थे. उन्होंने कहा, ‘‘चुनाव आते-जाते रहते हैं. राजनीतिक लाभ के लिए किसी विशेष समुदाय का इस्तेमाल न करें.
शिंदे ने कहा, ‘‘विपक्ष दोनों योजनाओं पर मिली प्रतिक्रिया को पचा नहीं पा रहा है. उन्हें अपच हो रही है. उन्हें हाजमोला लेना चाहिए. वे सौतेले भाई हैं, जो दोनों योजनाओं में बाधा डालने की कोशिश कर रहे हैं.