देश आज कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ मना रहा है. इस मौके पर सैनिकों के परिवार अपने प्रियजनों की बहादुरी और समर्पण को याद कर रहे हैं, जिन्होंने 1999 में बर्फीले ऊंचाइयों पर भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध के दौरान अपना बलिदान दिया था. इसी कड़ी में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कारगिल विजय दिवस के मौके पर वीर जवानों को याद किया है.
उन्होंने कहा, "कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ पर हम उन बहादुर सैनिकों की अदम्य भावना और साहस को याद करते हैं जो 1999 के युद्ध में बहादुरी से लड़े थे. उनकी अटूट प्रतिबद्धता, वीरता और देशभक्ति ने सुनिश्चित किया कि हमारा देश सुरक्षित रहे. उनकी सेवा और बलिदान हर भारतीय और हमारी आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देता रहेगा."
कारगिल युद्ध के हीरो विनोद कुमार की विधवा पत्नी मधुबाला ने कहा, "18 मई 1997 को हमारी शादी हुई और 14 जून 1999 को उनकी जान चली गई. मुझे यहां (लद्दाख) आकर बहुत अच्छा लग रहा है और गर्व महसूस हो रहा है."
परमवीर चक्र विजेता सूबेदार मेजर (मानद लेफ्टिनेंट) योगेन्द्र सिंह यादव (रिटायर्ड) ने द्रास पहुंचकर कहा, "आज देश के लोगों को उन सैनिकों पर गर्व है जिन्होंने देश के लिए अपनी जान दे दी. आज हम यहां उन बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए द्रास स्मारक पर इकट्ठा हुए हैं.'
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार (26 जुलाई) सुबह 9.20 बजे द्रास में स्थित कारगिल वॉर मेमोरियल पहुंचने वाले हैं. यहां पर वह कारगिल युद्ध के बलिदानियों को श्रद्धांजलि देंगे. पीएम मोदी के दौरे को लेकर सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. प्रधानमंत्री मोदी वर्चुअली शिंकुन ला सुरंग परियोजना का पहला विस्फोट करेंगे.
एक आधिकारिक प्रेस रिलीज में कहा गया है कि शिंकुन ला सुरंग परियोजना में 4.1 किमी लंबी ट्विन-ट्यूब सुरंग शामिल है, जिसका निर्माण लेह को हर मौसम में कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए निमू - पदुम - दारचा रोड पर लगभग 15,800 फीट की ऊंचाई पर किया जाएगा.