जब कोई हिंदू संगठन का कार्यकर्ता, हिंदूवादी नेता मजहबी संक्रमण लव जिहाद के खिलाफ आवाज उठाता है, अपनी बहन बेटियों को लव जिहाद के खतरे के प्रति जागरूक करता है तो देश के कथित लिबरल तथा सेक्यूलर राजनेता खुद को प्यार मोहब्बत का ठेकेदार बताते हुए इनका विरोध करने करने लगते हैं. ये कहते हैं कि लव जिहाद कुछ नहीं होता है बल्कि यह हिंदू संगठनों की सांप्रदायिक थ्योरी मात्र है.
लेकिन उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले की इस भयावह घटना के बाद इन लोगों ने चुप्पी साध ली है. खबर के मुताबिक़, उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के देहली गेट थाना क्षेत्र में रहने वाली एक किशोरी को मुस्लिम युवक ने Love JIhad में फंसाया और फिर अपने परिजनों की सहायता से उससे देह व्यापार कराने लगा. युवक ने किशोरी को अपना नाम दीपक बताया था. इस बीच किशोरी किसी तरह युवक के चंगुल से निकल भागी, जिसके बाद पूरा मामला सामने आया.
ये खबर जब स्थानीय हिंदूवादी समाजसेवकों को पता चली तो उन्होंने किसी तरह किशोरी को पुलिस के पास पहुंचाया तथा मामला दर्ज कराया. किशोरी ने आरोप लगाया है कि देह व्यापार ना करने पर उस को सिगरेट से जलाया जाता था. किशोरी ने बताया कि मुस्लिम समुदाय के युवक शाहरुख ने दीपक बनकर प्रेम जाल में फंसाकर उसे भुजपुरा के एक मकान में रखा और वहां उससे देह व्यापार कराया गया.
आपको बता दें कि अलीगढ़ के देहली गेट क्षेत्र में दसवीं में पढ़ने वाली घुड़ियाबाग इलाके की किशोरी का दो साल से मुस्लिम समुदाय के युवक शाहरुख से प्रेम संबंध चल रहा था. आरोप है कि युवक ने खुद का हिंदू नाम दीपक बताकर किशोरी से दोस्ती की थी.
दो महीने पहले युवक किशोरी को घुमाने के बहाने ले गया और भुजपुरा के एक मकान में छोड़ दिया. जहां उसे नशा देकर देह व्यापार कराया जाने लगा. आरोप है कि विरोध करने पर किशोरी के पैर भी जलाए गए और उत्पीड़न किया गया. कल देर शाम किसी तरह किशोरी युवक के चंगुल से मुक्त होकर आई तो उसे मानिक चौक में हिंदूवादी युवकों ने पकड़ लिया और कोतवाली ले गए.
सूचना मिलने के बाद पूर्व मेयर शकुंतला भारती भी कोतवाली पहुंच गई तथा पुलिस से कार्यवाई करने की बात कही. मामले को लेकर सीओ राघवेंद्र सिंह ने बताया कि किशोरी के बयान के आधार और मां की लिखित तहरीर पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. उन्होंने कहा आरोपी के खिलाफ सुसंगत धाराओं में एक्शन लिया जाएगा.